नालंदा दर्पण डेस्क। बिहार की राजधानी पटना और आसपास के इलाकों में मंगलवार को भूकंप के दो झटकों ने लोगों को हिला कर रख दिया। पहला झटका सुबह 6:30 बजे महसूस किया गया, जबकि दूसरा झटका शाम 5:20 बजे आया। इन झटकों ने न केवल पटना बल्कि पूरे बिहार में दहशत का माहौल बना दिया।
भूकंप का पहला झटका मंगलवार सुबह 6:30 बजे महसूस हुआ। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.1 मापी गई। भूकंप का केंद्र तिब्बत के शिजांग क्षेत्र में जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था। बिहार के पटना, दरभंगा, समस्तीपुर, सुपौल, गोपालगंज, मधुबनी, जहानाबाद, मोतिहारी और किशनगंज जैसे जिलों में झटके महसूस किए गए।
लोग जब सोकर उठ रहे थे। तभी अचानक धरती हिलने लगी। राजधानी पटना में लोग झटकों के कारण अपने घरों से बाहर निकल आए। कई लोग अब भी सुबह के झटकों को याद कर सहमे हुए थे।
इसी दिन शाम 5:20 बजे एक बार फिर से पटना समेत पूरे बिहार में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस बार झटके थोड़े हल्के थे लेकिन यह सुबह की घटना की याद दिलाने के लिए काफी थे। इस बार भी लोग घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए।
स्थानीय प्रशासन ने भूकंप के मद्देनजर सतर्कता बरतने की अपील की है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे मजबूत इमारतों और सुरक्षित स्थानों पर रहें। अफवाहों से बचने और सरकारी सूचनाओं पर ध्यान देने की सलाह दी गई है।
हालांकि अभी तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन बार-बार आ रहे इन झटकों से लोग डरे हुए हैं। मौसम विभाग और विशेषज्ञों का कहना है कि यह आफ्टरशॉक भी हो सकते हैं, जो मुख्य भूकंप के बाद आते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार तिब्बत में भूकंप का केंद्र होने के कारण भारत के बिहार और पूर्वी राज्यों में झटके महसूस हुए। ऐसी स्थिति में लोगों को सतर्क रहना जरूरी है।
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