BPSC TRE 3 शिक्षकों को ट्रेनिंग में भेजने की साज़िश! शिक्षा विभाग ने दर्ज कराई FIR
बिहार में शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया पहले ही कई कारणों से सुर्खियों में रही है। अब फर्जीवाड़े की इस नई घटना ने विभाग की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। देखना होगा कि जांच में क्या सामने आता है और दोषियों को कब तक सज़ा मिलती है...

बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहार लोक सेवा आयोग तृतीय चरण शिक्षक भर्ती परीक्षा (BPSC TRE 3) के तहत चयनित शिक्षकों को लेकर बिहार शिक्षा विभाग में एक गंभीर मामला सामने आया है। किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा शिक्षा विभाग के नाम से फर्ज़ी पत्र जारी कर चयनित शिक्षकों को आगामी 2 जून से ट्रेनिंग में शामिल होने का निर्देश दिया गया। अब इस प्रकरण में शिक्षा विभाग ने कार्रवाई करते हुए सचिवालय थाना पटना में एफआईआर दर्ज कराई है।
शिक्षा विभाग के अनुसार दिनांक 29 मई 2025 को एक पत्र सामने आया, जिसमें शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के नाम से आदेश जारी किया गया था कि TRE 3 चयनित शिक्षक 2 जून से प्रशिक्षण में भाग लें। पत्रांक सी/पीईसी/03/2025/1822 के तहत जारी इस कथित आदेश में न तो कोई वैध हस्ताक्षर था, न ही यह पत्र विभाग द्वारा अधिकृत किया गया था।
शाखा पदाधिकारी-11 निरंजन कुमार ने सचिवालय थाना को पत्र भेजकर एफआईआर दर्ज करने का आग्रह किया है। उन्होंने अपने पत्र में स्पष्ट किया है कि यह कृत्य विभाग की छवि धूमिल करने और शिक्षकों के बीच भ्रम फैलाने के उद्देश्य से किया गया प्रतीत होता है।
विभाग ने यह भी कहा है कि इस मामले की गंभीर जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही विभाग ने यह स्पष्ट किया है कि कोई भी प्रशिक्षण कार्यक्रम विभाग द्वारा विधिवत आदेश के बिना मान्य नहीं होगा।
इस फर्जी आदेश के कारण चयनित शिक्षकों में अफरा-तफरी मच गई। बहुत से अभ्यर्थी अपने जिलों में प्रशिक्षण की तैयारी में जुट गए थे। जैसे ही यह खबर फैली कि पत्र फर्जी है, सोशल मीडिया और टेलीग्राम ग्रुप्स पर तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं।
अब शिक्षा विभाग द्वारा सचिवालय थाना में दर्ज कराई गई प्राथमिकी के आधार पर पुलिस अब इस बात की जांच में जुट गई है कि यह फर्ज़ी पत्र किसने और कैसे तैयार किया। तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जल्द ही दोषियों की पहचान कर गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है।









