“नालंदा जिले में अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटरों के खिलाफ हो रही यह कार्रवाई जनता में चर्चा का विषय बनी हुई है। सिविल सर्जन का यह कदम भ्रूण हत्या और गैरकानूनी गतिविधियों पर रोक लगाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास माना जा रहा है…
चंडी (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिले में अवैध रूप से संचालित अल्ट्रासाउंड सेंटरों के खिलाफ प्रशासन ने कार्रवाई तेज कर दी है। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा हर दिन कहीं न कहीं औचक निरीक्षण कर अवैध सेंटरों पर शिकंजा कसा जा रहा है। इसी कड़ी में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CS) डॉ. जितेंद्र कुमार सिंह ने चंडी स्थित आदर्श अल्ट्रासाउंड सेंटर का निरीक्षण किया। जहां कई गंभीर खामियां उजागर हुईं। कार्रवाई के तहत सेंटर की मशीन जब्त कर ली गई है और संचालक पर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया है।
सीएस डॉ. जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि यह सेंटर पूरी तरह से अवैध था। पीसी एंड पीएनडीटी (Pre-Conception and Pre-Natal Diagnostic Techniques) एक्ट के तहत सेंटर का निबंधन नहीं था। यहां डॉक्टर की जगह खगड़िया जिले के एक टेक्नीशियन द्वारा अल्ट्रासाउंड किया जा रहा था। जो नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि बिना निबंधन के मशीन क्रय करना और संचालित करना गैरकानूनी है। टेक्नीशियन और संचालक दोनों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अल्ट्रासाउंड सेंटर पर हुई इस कार्रवाई को अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है। मशीन को जब्त कर लिया गया है और संबंधित लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया गया है। सीएस ने यह भी स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य विभाग जिले में अवैध रूप से संचालित अन्य अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर भी कार्रवाई जारी रखेगा।
इस कार्रवाई के बाद प्रशासन का स्पष्ट संदेश है कि जिले में अवैध तरीके से संचालित किसी भी अल्ट्रासाउंड सेंटर को बख्शा नहीं जाएगा। सीएस ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी अवैध सेंटर की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दें। ताकि तत्काल कार्रवाई की जा सके।
बता दें कि पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट का उद्देश्य भ्रूण लिंग परीक्षण और अवैध गर्भपात पर रोक लगाना है। इस कानून के तहत हर अल्ट्रासाउंड सेंटर का निबंधन अनिवार्य है। इसके साथ केवल योग्य डॉक्टरों द्वारा ही अल्ट्रासाउंड किया जा सकता है। इस कानून का उल्लंघन करने वाले सेंटरों पर कड़ी नजर रखनी बहुत जरुरी है।
चंडी में आदर्श अल्ट्रासाउंड सेंटर पर हुई कार्रवाई के बाद अब अन्य सेंटरों पर भी प्रशासन का शिकंजा कसने की संभावना बढ़ गई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि जिले में सभी अल्ट्रासाउंड सेंटरों का निरीक्षण किया जाएगा और नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर सख्त कदम उठाए जाएंगे।
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