बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बढ़ती ठंड के साथ नालंदा जिले में बर्ड फ्लू का खतरा मंडराने लगा है। हालांकि अब तक जिले में बर्ड फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है। लेकिन संभावित खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन और पशुपालन विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है।
जिला पशुपालन पदाधिकारी के अनुसार जिले के सभी 37 प्रथमवर्गीय पशु चिकित्सालयों में आवश्यक दवाएं उपलब्ध करा दी गई हैं। इसके साथ ही भ्रमणशील पशु चिकित्सकों, मोबाइल पशु सेवा से जुड़े कर्मियों और चिकित्सकों को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। महकमा ने पोल्ट्री फार्म संचालकों और मुर्गीपालकों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि बर्ड फ्लू का सबसे अधिक खतरा मुर्गीपालकों, पोल्ट्री फार्म में काम करने वाले लोगों और मुर्गी का मांस बेचने वाले व्यापारियों को होता है। यह बीमारी सीधे संपर्क, दूषित सतहों या पक्षियों के मल के जरिए फैल सकती है।
बर्ड फ्लू से संक्रमित व्यक्ति में हल्के से गंभीर बुखार, खांसी और गले में खराश, नाक बहना, मांसपेशियों में दर्द और थकान, सांस लेने में कठिनाई, दस्त, उल्टी और सिरदर्द जैसे लक्षण हो सकते हैं।
यदि इन लक्षणों का अनुभव हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। साथ ही पोल्ट्री फार्म की सफाई और सैनिटाइजेशन का विशेष ध्यान रखें। पक्षियों को संक्रमित क्षेत्रों से दूर रखने और दूषित भोजन-पानी से बचाने की सलाह दी गई है।
पशुपालन विभाग ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और अफवाहों पर ध्यान न दें। साथ ही मुर्गी का मांस और अंडे खाने से पहले इन्हें अच्छी तरह पकाकर खाने की सलाह दी गई है।
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