राजगीर (नालंदा दर्पण)। Fire caused due to negligence: सिलाव थाना क्षेत्र के हैदरगंज कड़ाह अवस्थित एसके बीड़ी फैक्ट्री अचानक धू-धू कर जलने लगी। अचानक तेज धुआं और आग की लपटें उठती देख आसपास के लोगों में हड़कंप मच गया। आग और धुआं इतनी तीव्र थी कि कोई भी पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था।
आसपास के लोगों के द्वारा फौरन आगलगी की सूचना दमकल विभाग को दी गयी। सूचना मिलते ही अग्निशमन विभाग के कर्मी चार गाड़ियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और घंटों तक कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। लेकिन तबतक बीड़ी फैक्ट्री में तैयार 6 लाख 41 हज़ार बीड़ी के बंडल राख हो गए। फैक्ट्री में रखे कच्चा माल भी राख हो गए।
फैक्टी के मुंशी मो. शलिम के अनुसार आग लगने का कारण भठ्ठी है। उसी की चिंगारी तैयार माल के सम्पर्क में आ गया। जिससे आग लग गयी। इस आगलगी से करीब 10 लाख से अधिक का नुकसान हुआ है। लेकिन कोई भी मजदूर हताहत नहीं हुआ है। सभी मजदूर खाना खाने चले गए थे। दो तीन लोग ही थे, जो फैक्टरी से बाहर थे।
बता दें कि हैदरगंज कड़ाह की आधी आबादी का मुख्य व्यवसाय बीड़ी बनना और बेचना है और इस फैक्ट्री के ऊपर काफी लोग निर्भर हैं। ऐसे में बीड़ी फैक्ट्री में अगलगी की घटना से लोगों को काफी क्षति पहुंची है।
इधर अग्निशामक विभाग के पदाधिकारी राबिंद राम का कहना है कि यदि अग्निशामक यंत्र फैक्ट्री में होता तो नुकसान से बचा जा सकता था। फैक्ट्री होने के बाबजूद भी फैक्ट्री मालिक के द्वारा सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई उपाय नहीं किया गया था। अग्निशामक विभाग से न कोई लाइसेंस लिया गया है और न ही अग्निशमन यंत्र लगाया गया है। जबकि बार बार लोगों से अपील कर रहे हैं कि कोई भी दुकान या फैक्ट्री सुरक्षा यंत्र अवश्य लगाएं।
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