चंडी (नालंदा दर्पण)। चंडी के लालगंज स्थित एक निजी स्कूल में भाकपा माले का कार्यकर्ता सम्मेलन संपन्न हुआ। इस सम्मेलन में जहां सात सदस्यीय लीडिंग टीम का गठन किया गया तो वही कई बिन्दुओं पर चर्चा की गई।
सम्मेलन में आम बजट पर भी चर्चा की गई तो पार्टी ने अपने दिवंगत कॉमरेड पूर्व सचिव पवन शर्मा को श्रद्धांजलि भी दी।
भाकपा माले कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल पर्यवेक्षक मुन्नीलाल यादव एवं हरनौत विधानसभा प्रभारी रामदास अकेला ने कहा कि केंद्रीय बजट में आम जनता,गरीब-मजदूर , किसानों के लिए कुछ नहीं है। विकास की बात कहने वाली सरकार एक एक कर देश की संपति बेच रही है। जबसे बीजेपी की सरकार सता में आई है तबसे देश में महिलाओं पर,किसानों पर,मजदूरों पर,छात्रों पर सिर्फ दमन हो रही है,जो भी किसान,छात्र,बेरोजगार व तमाम लोग सरकार के गलत नीतियों का विरोध करते हैं, उनपर UAPA.NSA जैसी संगीन अपराधिक धाराओं के तहत न्याय के आवाज को दबाने के लिए जेल में डाल देते हैं।
सम्मेलन में उपस्थित इंकलाबी नौजवान सभा नालंदा जिलाध्यक्ष कॉ विरेश कुमार ने केन्द्र की मोदी सरकार व राज्य की डबल इंजन वाली नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि जो केंद्रीय बजट 2022-23 पेश किया गया है उसमें छात्रों, मेहनतकसों, किसान व आम नागरिकों के लिए निराश करने के सिवाय कुछ नहीं है। ये सरकार देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है,इन्होंने सत्ता में आते दो करोड़ रोजगार देने की बात कही थी पर सत्ता में आते हीं इन्होंने देश की सभी राष्ट्रीय संपत्ति को बेचना शुरू कर दिया जिससे युवाओं को रोजगार मिलता था,अब सरकार 60 लाख की जुमला भी दिखा रहे हैं। दो करोड़ रोजगार के खिलाफ छात्र युवाओं ने देशभर में प्रदर्शन किया जिसे दुनिया के तमाम देशों की सरकार ने मोदी सरकार को देश के प्रति असंवेदनहीन बताया पर यह सरकार हिटलर की नक्शे कदम पर चल रही है जो देश के लिए खतरा है।
उन्होंने कहा कि बिहार की सेल्टर होम की घटना की आग बुझा भी नहीं है फिर एकबार पटना के गायघाट सेल्टर होम की घटना से इनकी सरकार बेनकाब हो गई है।सीएम से ऐसी घटनाओं के लिए इस्तीफे की मांग करते हैं।
भाकपा माले के कार्यकर्ता सम्मेलन में सात सदस्यीय लीडिंग टीम का गठन किया गया। जिनमें कॉ रामदास अकेला, कॉ विरेश कुमार, कॉ सुरज मंडल, कॉ सुखनंदन पासवान, कॉ मुकेश रविदास, कॉ अमीरक रविदास, कॉ जैनेन्द्र कुमार को शामिल किया गया।
जबकि इस सम्मेलन में पिंटू कुमार, आरती देवी, धर्मेंद्र कुमार, सूरजदेव पासवान, बुंदेला रविदास, सोहन विंद, रामाशीष मंडल, मोहन मुरारी तंतु वाय, गीलानी मांझी, गरीबन सिंह, सुखनंदन पासवान, अमीरक रविदास, सुरज मंडल एव दर्जनों लोग शामिल हुए।