नालंदा दर्पण डेस्क। आसन्न लोकसभा चुनाव-2024 की शुरुआत से ही चुनावी सभाओं में बिहार के सीएम नीतीश कुमार का व्यवहार काफी रोचक रहा है। बात चाहे 40 की जगह 400 सीट जीताने की अपील की हो, पीएम मोदी को सीएम बनाने की अपील की हो या पीएम मोदी की रैली में भाजपा का चुनाव चिन्ह थामने की हो या फिर राजद सुप्रीमो लालू यादव पर बार-बार बच्चे पैदा करने जैसे बयान की हो, वे काफी असहज दिख रहे हैं।
इसी बीच सीएम नीतीश कुमार का अपने ही गृह जिले नालंदा में अपने ही दल जदयू के विधायक पर चुनाव मंच पर ही बमक जाने की खबर मिली है। जिसे लेकर पूरे क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
कहते हैं कि हिलसा नगर के योगीपुर रोड मैदान में आयोजित चुनावी सभा के दौरान सीएम नीतीश कुमार हिलसा के जदयू विधायक प्रेम मुखिया पर उस समय उखड़ पड़े, जब उन्होंने किसानों का हवाला देते हुए उदेरास्थान स्थित फल्गु नदी पर बनाए गए ब्रिज की ऊंचाई कम करने की मांग की।
चुनावी मंच संचालक विधायक का कहना था कि फल्गु नदी में पानी आने के बाद उसे उदेरास्थान स्थित बनाए गए ब्रिज द्वारा रोक लिया जाता है। इससे हिलसा, करायपरशुराय एवं नगरनौसा प्रखंड क्षेत्र से गुजरने वाली भूतही नदी एवं लोकायन नदी में पानी नहीं आ पाता है। पानी नहीं आने से इन नदियों का अस्तित्व खतरे में पड़ता जा रहा है। इलाके के किसानों के खेतों की सिंचाई भी नहीं हो पाती है।
विधायक ने आगे कहा कि दूसरी ओर फल्गु नदी में ज्यादा पानी आने से ब्रिज को पूरा खोल दिया जाता है, जिससे इलाके में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इलाके के किसानों द्वारा इस समस्या का समाधान के लिए लगातार मांग की जा रही है।
फिर क्या था। विधायक की इस मांग पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपना तेवर तल्ख कर लिया और चुनावी मंच से ही विधायक को कहा कि जिस समय काम हो रहा था, उस समय किसी ने नहीं बताया। क्षेत्र की समस्या को लेकर कभी भी मुझसे बात नहीं की। अब अनाप-शनाप बात कर रहे हैं।
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