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    Monday, October 14, 2024
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      शराब माफियाओं ने किशोर को पीट-पीट कर मार डाला, सीमा विवाद में उलझी पटना-नालंदा पुलिस

      बिहार शरीफ (नालंदा दर्पण)। पटना और नालंदा जिले सीमावर्ती क्षेत्र अंतर्गत धनरुआ प्रखंड के बालकचक गांव निवासी अरुण बिंद के 13 वर्षीय पुत्र सौरभ कुमार का शव ननौर नदी किनारे मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी। शराब माफियाओं द्वारा फिर अंजाम दी गई इस जघन्य वारदात से आम जनों में भय का माहौल है।

      परिजनों के अनुसार किशोर घर से नालंदा जिला के करायपरसुराय प्रखंड अंतर्गत ग्वाल बिगहा के कररुआ नदी पर मछली मारने गया था। उसी क्रम में ग्वाल बिगहा गांव के दबंग ज़बरदस्ती मछली छीनना चाहा, जिसका किशोर ने विरोध किया तो उसका अपहरण कर निर्मम तरीके से हत्या कर शव को बोरी में बंद कर ननौर नदी किनारे शव फेक दिया।

      जैसे ही शव पर ग्रामीणों की नज़र पड़ी तो इसकी जानकारी स्थानीय जनप्रतिनिधी की मदद से पुलिस को दी। कुछ देर तक सीमावर्ती इलाका होने की वजह से पुलिस खुद में ही उलझी नज़र आई। बाद में किशोर की पहचान होने के बाद धनरुआ पुलिस ने शव को कब्ज़े में लाकर पोस्टमार्टम के लिए पटना भेज अग्रतर कार्रवाई में जुट चुकी है। घटनास्थल से दोनों थानों के बीच की दूरी मात्र 500 मीटर की बताई जाती है।

      पीड़ित परिजनों की मानें तो मृतक किशोर करुआ नदी के किश्तीपुर नहर के पास चचरे भाई के साथ मछली मार रहा था। मछली मारकर मृतक का भाई मछली पहुंचाने घर चला गया और मृतक सौरभ दुबारा मछली मारने लगा और वहीं से लापता हो गया। परिजनों ने काफी खोजबीन किया। लेकिन कुछ भी पता नहीं चला तो थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने की तैयारी ही चल रही थी कि इसी दौरान उसका शव मिला।

      बदमाशों ने किशोर को बहुत बेरहमी से पीट पीटकर हत्या किया है। मृतक के चेहरे पर चोट के गहरे निशान हैं। हाथ पैर बंधा पाया गया है। आंख फूटा एवं दांत टूटा हुआ है। इस हत्या का आरोप नालंदा के करायपरसुराय थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्वाल बिगहा गांव निवासी केदार यादव, विनोद यादव के पुत्रों द्वारा हत्या का आरोप लगाया गया है। क्योंकि आरोपी शराब का धंधेबाज़ बताया जाता है।

      ग्रामीणों की मानें तो नदी के उस तरफ शराब निर्माण का भट्टी, जो वहां के एक खास जाति के लोग चलाते हैं, उसी के समीप से बच्चा गायब हुआ है। इसके साथ ही पड़ोसी बालकचक गांव के लोगों का संबंध भी ग्वाल बिगहा के लोगों से ठीक नहीं है। अक्सर तनाव होता रहता है।

      बालकचक में बेलदार जाति के लोग रहते हैं, जो नदी में मछली मारने जाते तो ग्वाल बिगहा के एक विशेष जाति के लोग रंगदारी से मछली छिनते हुए पाए जाते हैं। कल भी एक मछली के लिए एक बालकचक निवासी को पीटा है। दूसरा विवाद उनके रास्ते और सड़क का है। अब तक बालकचक तक कोई सडक नहीं पहुंची है। जो रास्ता ग्वाल बिगहा से होकर गुजरती है। उसे अतिक्रमण किया हुआ है।

      इस मामले से स्थानीय पुलिस और प्रशासन पहले से ही अवगत हैं। इतनी बड़ी घटना शराब माफियाओं द्वारा की जा रही है, लेकिन नालंदा और पटना दोनों जिला की पुलिस कारवाई पर कोई ठोस कम नहीं उठाता आया है। शराब माफियाओं द्वारा फिर अंजाम दी गई इस जघन्य वारदात से आम जनों में भय का माहौल है।

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