नालंदा दर्पण डेस्क। Nalanda is a hub of cyber fraud: इन दिनों नालंदा जिले में नौकरी, पार्ट टाइम जॉब, सरकारी अनुदान, फ्रेंचाइजी दिलाने जैसे अपराध से लेकर सोशल अकाउंट हैक कर नग्न फोटो डालकर साइबर ठगी का धंधा जोरों पर हैं। इसमें विदेशी साइबर ठग भी शामिल हैं, जो फेक आइडी पर किसी व्यक्ति अश्लील फोटो डालकर उनसे मोटी कमाई की उगाही कर रहे हैं।
बढ़ते डिजिटल की चलन में प्रत्येक लोगों को बैंक में रुपये रखना मजबूरी हो गयी है, जिसका लाभ साइबर लूटेरें उठा रहे हैं। देश-दुनिया से अवगत कराने वाले सोशल मीडिया के यूटूबर भी साइबर ठगी के शिकार हो रहे हैं।
गत 25 दिनों में जिले के दो यूटूबर विदेशी साइबर ठग के चंगुल में फंसे हैं। चौंकाने वाली बात यह हैं कि साइबर ठग के निशाने पर जिले के एक दर्जन से अधिक युवतियां हैं, जो इंस्टाग्राम लेकर टेलीग्राम, स्नैप चैट से दोस्ती के नाम पर अश्लील वीडियो वायरल के भय से ठगी जा चुके हैं।
इस जिले में हर दो दिन पर साइबर ठगी का एक मामला सामाने आ रहा हैं। जनवरी से अब तक बिहारशरीफ के साइबर थाने में 62 एफआईआर दर्ज की गई हैं। जिसमें सिर्फ अब तक के जून माह में 12 साइबर ठगी के मामले दर्ज हुए हैं।
छह माह पहले तक राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड जैसे क्षेत्रों के साइबर ठग यहां के लोगों के बैंक खाते से रुपये उड़ाते थे, लेकिन जून में आये कुल 12 साइबर ठगी मामलों में छह मामले विदेशी साइबर ठग से जुड़े हुए हैं, यानि दिन व दिन लोगों को अपनी जमा पूंजी साइबर लूटेरों से बचाना मुश्किल होता जा रहा है।
पहले स्थानीय कतरीसराय, झारखंड के सबसे चर्चित जामताड़ा फिर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, राजस्थान के साइबर ठगों से यहां के लोगों को अपनी धन राशि बचाना पड़ता था, लेकिन इस माह में कई विदेशी साइबर ठग के अटैक से लोगों के लिए चुनौतियां बढ़ गयी है। हालांकि अधिकांश साइबर ठग के शिकार होने वाले लोग बिना मेहनत के रुपये बनाने के लोभ में अपनी जमा पूंजी गंवा रहे हैं।
शुरुआती में साइबर ठग विश्वास जीतने के लिए चंद रुपये लोगों के बैंक खाता में भेज देते हैं, एक-दो किस्त छोटी-छोटी रुपये देने के बाद मोटी राशि लोगों के बैंक खाते से साइबर ठग उड़ा लेते हैं। इसके बावजूद अभी से बहुत से साइबर ठग के शिकार हुए लोग पुलिस व कोर्ट तक नहीं पहुंच रहे हैं।
विदेशी साइबर ठग कर लेते हैं मोबाइल व कंप्यूटर हैकः अब तक विदेशी साइबर ठग के खिलाफ दर्ज एफआईआर के अनुसार व्हाट्सप ईमेल व अन्य माध्यम से मोबाइल व कंप्यूटर हैंक करने की बात सामने आ रही है। सबसे पहले साइबर ठग लोगों को विश्वास में लेते हैं। नामी कंपनी का एजेंसी, पार्ट टाइम जॉब या अन्य नामी कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर युवा-युवतियों को विश्वास में लेते हैं।
इस्लामपुर के शोभा कुमारी और बिहारशरीफ के सौरभ कुमार ये दोनों यूटूबर हैं, जिनका यूटूबर मोनाटॉइज करने के नाम पर ठगी की गई। बिहारशरीफ पुलिस लाइन निवासी रवि रंजन को फेसबुक दोस्त बनकर व्हाट्सप से जुड़ा और प्रोफेशनल ट्रेडर कराने का बताकर अलग-अलग तिथि में दो बार पांच-पांच हजार रुपये पहले पीड़ित के बैंक खाता में डाला। जब रवि रंजन सिंह को विश्वास हो गया कि सहीं है तो एक लाख 99 हजार रुपये का टॉप अप के नाम पर ठगी कर ली। इसी प्रकार रितु रंजन कुमार को शेयर मार्केट से कमाई कराने के नाम पर 26 लाख 85 हजार रुपये ठग लिये गये।
पार्ट टाइम का मैसेज भेजकर ठगीः दीपनगर थाना क्षेत्र के नीतीश कुमार के व्हाट्सप पर एक साइबर ठग ने पार्ट टाइम जॉब का मैसेज भेजा। रुचि दिखाने पर नीतीश कुमार को साइबर ठग की ओर से सिर्फ किसी नामी होटल का सोशल मीडिया पर रेटिंग देने के काम में चार से छह हजार रुपये प्रतिदिन कमाई की बात बतायी गयी।
शुरुआती चार बार 210 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से रुपये भी बैंक खाते में भेजे गये। विश्वास हासिल करने के बाद मोटी कमाई के लिए तीन लाख, 15 हजार, 33 हजार 68 हजार रुपये साइबर ठग अपने बैंक खाते में मंगवा लिया। फिर मोबाइल नंबर बंद कर लिया, तब नीतीश कुमार साइबर थाना पहुंचकर एफआईआर दर्ज करायी।
यूटूब चैनेल पर नग्न फोटो अपलोड कर ठगीः इस्लामपुर थाना क्षेत्र के शोभा कुमारी (काल्पनिक नाम) एक यूटूबर हैं, जिसके मोबाइल नंबर पर एक साइबर ठग फोन कर यूटूब चैनेल को एक माह में मोनाटॉइज करने की बात कहीं। इसके लिए ठग ने पीड़िता को रात में यूटूब पर लाइव आने को कहा।
लाइव आने के दौरान साइबर ठग ने शोभा कुमारी से चैनल का पासवर्ड मांगा और उसके चैनल का प्रोफाइल में नग्न फोटो अपलोड कर दिया। इतना ही नहीं साइबर ठग व्हाट्सप पर नग्न होकर लाइव आने को कहा।
ऐसा नहीं करने पर यूटूब चैनल पर फोटो एडिट कर नग्न फोटो अपलोड करने की धमकी साइबर ठग देने लगा। तब लाचार होकर पीड़िता ने साइबर ठग के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी।
टेलीग्राम लिंक के जरिए ठगीः नूरसराय थाना क्षेत्र के सन्नी कुमार के व्हाट्सप पर मैसेज आया कि यदि आप पार्ट टाइम जॉब चाहते हैं तो यस जबाव दें। यस जबाव देने पर एक टेलीग्राम का लिंक दिया गया। जिससे जुड़ने पर कई दिनों तक काम करने को मिलता था।
बदले में मोबाइल रिचार्ज, बुक ऑर्डर यूपीआई पेमेंट से पैसा मिलता गया। कुछ समय तक सब ठीक चलता रहा, लेकिन कुछ दिनों बाद और मोटी आमदनी के लिए साइबर ठग द्वारा 63 हजार 213 रुपये कमीशन के रूप में मांगे गये, रुपये देने के बाद से रुपये नहीं आने लगे। बाद में पता चला कि जिस बैंक एकाउंट से उन्हें पैसे भेजे जाते थे, उसे साइबर पुलिस लॉक कर दी है।
केएफसी दिलाने के नाम पर ठगीः सोहसराय थाना क्षेत्र के उज्जवल कुमार को केएफसी फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर साइबर ठग ने आठ लाख 30 हजार 500 रुपये ठग लिया।
उज्जवल कुमार ने केएफसी के वेबसाइड पर जाकर फेंचाइजी के लिए ऑनलाइन आवेदन दिया था। इसको लेकर दो दिन बाद इंटरव्यू के नाम पर कॉल आया, जिसमें साइबर ठग ने केएफसी का मैनेजर बनकर बिहारशरीफ के लिए फ्रेंचाइजी उनके नाम से चयनित होने की बात कहीं।
बाद में लेटर इसू कराने के लिए पहले एक लाख 55 हजार 500 रुपये बैंक के एक खाते पर मांगे। इसके बाद एनओसी फीस के नाम पर छह लाख 75 हजार रुपये उन्होंने साइबर ठग के बैंक खाते में रुपये ट्रांसफर किया।
फिर साइबर ठग की ओर से दो दिन बाद अन्य तकनीकी कार्य के लिए दस लाख 85 हजार रुपये की मांग की गई। तब उज्जवल कुमार को प्रतीत हुआ कि वह साइबर ठग के चंगुल में फंस गये हैं।
इंस्टाग्राम पर फॉलवर बनकर ठगीः एकंगसराय थाना क्षेत्र के अनु कुमारी (काल्पनीक नाम) के इंस्टाग्राम पर एक फॉलवर बनकर दोस्ती की। जब एक दिन अनु ने अपनी मौसेरी बहन की फोटो व स्टोरी इंस्टाग्राम पर लगायी तो साइबर ठग (लड़का) ने देखकर कर कमेंट कर लिखा कि वह इस लड़की को जानते हैं।
तब पीड़िता अनु ने फोटो वाली बहन से उस लड़के के बारे में पूछी तो उसकी बहन ने कहा कि वह उसके रिश्तेदार के गांव का है। उसी समय से उस साइबर ठग से अनु बात-चीत करने लगी। बाद में व्हाट्सप से वीडिया कॉल कर उसने लड़की का अश्लील एमएमएस बना लिया। फिर साइबर ठग ने अनु को शादी करने का दबाव डालने लगा।
ऐसा नहीं करने पर पीड़िता का इंस्टाग्राम आईईडी का पासवर्ड बदलकर अश्लील फोटो डालने का धमकी देने लगा है। थक कर पीड़िता ने साइबर थाना में साइबर ठग के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी।
ऑनलाइन शेयर मार्केट में कमाई का झांझा देकर ठगीः सेरथुआ खुर्द निवासी रितु रंजन कुमार को साइबर ठग ने ऑनलाइन शेयर मार्केट में कमाई का झांझा देकर 26 लाख 85 हजार रुपये डूबा दिया 23 मार्च 2024 को सबसे पहले साइबर ठग के संपर्क में रितु रंजन आया था।
पीड़ित रितु रंजन ने दोस्तों व परिवारों से ब्याज पर रुपये लेकर साइबर ठग के कहने पर शेयर मार्केट में रुपये लगा दिया। पहले व्हाट्सप से जुड़कर साइबर ठग ने रिंतु रंजन कुमार को एल्टास फूड ऐप माध्यम से 100, 1000 से लेकर तीन लाख रुपये लगवाया।
जिसमें थोड़ा लाभ कमाने के बाद साइबर ठग ने रितु रंजन को मोटी कमाई के लिए दोस्तों व परिवारों से 26 लाख 85 हजार रुपये ब्याज पर लेने को बाध्य किया। जब 26 लाख 85 हजार रुपये एल्टास फूड ऐप में रितु रंजन कुमार ने रुपये डाले तब से साइबर ठग गायब हो गया। व्हाट्सप ग्रुप से भी बाहर कर दिया।
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