हिलसा (नालंदा दर्पण)। बख्तियारपुर-राजगीर रेलखंड पर करनौती रेलवे स्टेशन पर शाम करीब 5:28 बजे यात्रियों के लिए एक भयानक अनुभव बन गया, जब बख्तियारपुर-राजगीर पैसेंजर ट्रेन (गाड़ी संख्या 63364) के इंजन से अचानक चिंगारियां निकलने लगीं। घटना ने ट्रेन में सवार यात्रियों को दहशत में डाल दिया, और कई लोग अपनी सुरक्षा के लिए ट्रेन से कूदकर भागने लगे।
बताया जाता है कि ट्रेन अपने निर्धारित समय पर हरनौत स्टेशन पहुंचने वाली थी। लेकिन इंजन में तकनीकी खराबी के कारण यह 50 मिनट तक स्टेशन पर रुकी रही। रेलवे की टेक्निकल टीम और रेस्क्यू टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लिया।
रेलवे के अधिकारियों के अनुसार इंजन में तकनीकी गड़बड़ी के चलते हल्की चिंगारियां निकली थीं। हालांकि यात्रियों का कहना है कि घटना के दौरान ट्रेन में करंट फैलने की आशंका ने स्थिति को और अधिक गंभीर बना दिया। कई यात्रियों ने दावा किया कि ट्रेन की छत और बोगी में करंट महसूस किया गया। जिससे लोग घबराकर इधर-उधर भागने लगे।
दानापुर रेल मंडल के पीआरओ ने इस घटना को तकनीकी खराबी बताया और इंजन में आई समस्या को तुरंत ठीक कर ट्रेन को राजगीर की ओर रवाना कर दिया गया। उन्होंने यात्रियों द्वारा करंट फैलने की बात का खंडन किया और कहा कि यह केवल चिंगारी की वजह से पैदा हुई अफवाह थी।
हालांकि इस घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। लेकिन यह घटना यात्रियों की सुरक्षा के प्रति रेलवे की तैयारियों पर सवाल खड़े करती है। यात्रियों ने मांग की है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए रेलवे को तत्काल आवश्यक कदम उठाने चाहिए।
हरनौत स्टेशन मास्टर के अनुसार यह घटना उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर की है और विस्तृत जानकारी करनौती स्टेशन मास्टर से ली जा सकती है।
घटना ने यात्रियों के बीच दहशत पैदा कर दी। लेकिन राहत की बात यह रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। रेलवे प्रशासन ने तकनीकी सुधार का दावा किया है। लेकिन यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता स्पष्ट रूप से सामने आई है।
- राजगीर के लिए 2024 से बेहतर गोल्डन इयर साबित होगा 2025
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों सम्मानित दिव्यांग गोल्डी का भव्य स्वागत
- जमीन रजिस्ट्री से जुड़ी बड़ी खबर, अब घर बैठे यूं तय करें निबंधन की तारीख
- BPSC पेपर लीक आंदोलन: कोचिंग संचालक गिरफ्तार, फंडिंग की जांच में जुटी EOU
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गोल्डी की सुनहरी उड़ान को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से नवाजा