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    Monday, October 7, 2024
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      देखिए लोक स्वास्थ्य अभियत्रंण यांत्रिक प्रभाग कार्यालय बिहारशरीफ का आलम

      बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिला मुख्यालय बिहारशरीफ अवस्थित लोक स्वास्थ्य अभियत्रंण, (पीएचईडी) यांत्रिक प्रभाग कार्यालय में पदस्थापित प्रायः अधिकारी और कर्मी गायब रहते हैं। स्मार्ट बाजार के बगल में पीएचईडी सिविल के कार्यपालक अभियंता का आवास है। जिसके बगल में खंडहरनुमा लोक स्वास्थ्य यांत्रिक प्रभाग बिहारशरीफ का कार्यालय हैं, जहां पूरे दिन बिना किसी अधिकारी व कर्मचारी के कार्यालय खुला हुआ था।

      हालांकि सहायक यांत्रिक अभियंता के कक्ष व अन्य गोदाम में ताला लगा हुआ पाया गया। सिर्फ एक कार्यालय का ताला खुला हुआ था। जिसके संबंध में जानकारी लेने पर पता चला कि लोक स्वास्थ्य अभियत्रंण यांत्रिक प्रभाग पटना प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता के आदेश पर यहां के सभी कार्यरत कर्मचारी पटना गये हुए हैं। लेकिन कार्यालय किसके द्वारा खोली गयी है। इसकी पृष्टि कोई संबंधित अधिकारी नहीं कर पाये।

      खबर की मानें तो इस कार्यालय में अधिकारी और कर्मचारी समेत कुल करीब 10 सरकारी सेवक है, लेकिन यहां पदस्थापित चार वरीय अधिकारी नियमित कार्यालय नहीं आते हैं। इससे सरकारी कामकाज प्रभावित हो रहा है। साथ ही कार्यालय परिसर में अक्सर नशेड़ियों का जमावड़ा लगा रहता है।

      स्थिति यह है कि महीनों पूर्व स्थानांतरित सहायक अभियंता का कार्यालय में नाम व पद का बोर्ड हटाकर नये पदस्थापित अधिकारी का बोर्ड तक नहीं लगाया गया है। इससे आम लोगों से लेकर सेवानिवृत कर्मचारियों को फजीहत उठानी पड़ती है।

      खबर के अनुसार पीएचईडी यांत्रिक प्रभाग बिहारशरीफ कार्यालय की चाभी गैर सरकारी कर्मी के पास रहता है। इस कार्यालय में रात्रि प्रहरी पदस्थापित है, जो रात में ड्यूटी करते नहीं देखे जाते हैं।

      यहीं कारण है कि कार्यालय परिसर स्थिति पानी टंकी के आस-पास शराब की दर्जनों खाली बोतलें इधर-उधर फेंकी हुई हैं। अधिकारियों के नहीं आने से कार्यालय परिसर में असामाजिक तत्वों का सुरक्षित ठिकाना बना हुआ है।

      वेतन मद पर प्रति माह लाखों रुपये खर्च भी काम नहीं: पीएचईडी यांत्रिक प्रभाग बिहारशरीफ कार्यालय अंतर्गत कार्यरत एक साहयक एवं तीन कनीय अभियंता कार्यरत हैं, जिनके वेतन मद में करीब प्रति माह लाखों रुपये सरकार खर्च कर रही है।

      इसके अतिरिक्त अन्य छह कर्मी के मानदेय पर दो से ढाई लाख रुपये खर्च हो रहे हैं, लेकिन पानी की जांच, और खराब चापाकलों का मरम्मति का काम सहजता से नहीं हो रहा है। आम लोगों की दूर की बात है। यहां के जिला प्रशासन के वरीय अधिकारियों को भी पीएचईडी यांत्रिक प्रभाग कार्यालय में कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों की पर्याप्त जानकारी नहीं है।

      विभाग के पास तीन प्रमुख योजनाओं का कार्यान्वयनः पीएचईडी यांत्रिक प्रभाग, बिहारशरीफ प्रमंडल कार्यालय स्मार्ट बाजार के पास है। इस विभाग के पास मुख्य रूप से तीन योजनाएं कार्यान्वयन होती है। शहरी जलापूर्ति केंद्र को संचालित एवं मरम्मति संप्रेषण कार्य करना।

      दूसरा ग्रामीण जलापूर्ति केंद्र को संचालित एवं मरम्मति संप्रेषण कार्य करना और तीसरा सरकारी भवनों में अधिष्ठापित जलापूर्ति केंद्रों को संचालित एवं मरम्मति संप्रेषण कार्य करना शामिल है, लेकिन धीरे-धीरे कर पीएचइडी यांत्रिक प्रभाग का काम नगर निगम और पीएचईडी सिविल प्रभाग के पास चला गया है।

      जैसे-जैसे नगर निगम एवं नगर परिषद एक्टिव हो रहा है, वैसे-वैसे शहरी जलापूर्ति केंद्र को संचालित एवं मरम्मति संप्रेषण कार्य नगर निकाय खुद कराने लगा है। दूसरी ओर जब से सात निश्चिय योजना के तहत नल-जल योजना शुरू हुई है तो ग्रामीण जलापूर्ति केंद्र को संचालित एवं मरम्मति कार्य भी पीएचईडी सिविल डिविजन के पास चला गया।

      फिलहाल पीएचईडी सिविल प्रभाग के निर्देश पर पीएचईडी यांत्रिक प्रभाग के कनीय अभियंता को क्षेत्र के खराब चापाकलों, नल-जल के तकनीकी कार्यों की नियमित जांच करने की जिम्मेवारी दी गई है। लेकिन नल-जल, पेयजल की गुणवत्ता, एवं खराब चापाकल की नियमित जांच नहीं हो रही है। सिर्फ गर्मी में खराब चापाकलों की मरम्मति के लिए अभियान चलाया जाता है और कुछ दिनों के बाद बंद हो जाता है।

      लोक स्वास्थ्य अभियत्रंण, (पीएचईडी) यांत्रिक प्रभाग कार्यालय में कार्यरत अधिकारी- कर्मचारीः प्रेम कंवर, सहायक अभियंता यांत्रिक, पीएचईडी अनुमंडल मुख्यालय बिहारशरीफ। रविकांत कुमार, कनीय अभियंता, पीएचइडी यांत्रिक, बिहारशरीफ। प्रेम प्रकाश, कनीय अभियंता, पीएचईडी यांत्रिक, हिलसा। उपेंद्र कुमार, कनीय अभियंता, पीएचईडी यांत्रिक, राजगीर। अशोक कुमार सिंह, प्रभारी लिपिक अवर प्रमंडलीय लिपिक, पीएचईडी यांत्रिक बिहारशरीफ। अरबिंद पासवान, कार्यालय चौकीदार, पीएचईडी यांत्रिक बिहारशरीफ। मदन सिंह, कार्यालय अनुसेवक, पीएचईडी यांत्रिक बिहारशरीफ। रीता देवी, प्रशाखा अनुसेवक, पीएचईडी यांत्रिक बिहारशरीफ। अमित कुमार, प्रशाखा अनुसेवक, पीएचईडी यांत्रिक, राजगीर। आरती कुमारी, कंप्यूटर ऑपरेटर, पीएचइडी यांत्रिक, बिहारशरीफ।

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