बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिला में स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की प्रगति की प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रवार समीक्षा बैठक की गयी। समीक्षा के दौरान कई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की टीकाकरण समेत अन्य कई योजनाओं की उपलब्धि अपेक्षाकृत कम पायी गयी। ऐसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को टीकाकारण समेत अन्य योजनाओं की प्रगति में वृद्धि लाने का सख्त निर्देश दिया गया। जिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की उपलब्धि कम पायी गयी है, वैसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से लेकर बीसीएम तक से शोकॉज किया जायेगा।
नालंदा सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र कुमार सिंह एवं डीपीएम श्याम कुमार निर्मल ने सदर अस्पताल के सभागार में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक को लेकर बताया गया कि टीकाकरण, भव्या समेत कई योजनाओं की प्रगति की समीक्षा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रवार की गयी। समीक्षा के दौरान पाया गया कि जिले में टीकाकरण की उपलब्धि में और भी वृद्धि लाने की जरूरत है। अभी जिले में टीकाकरण की उपलब्ध 82 प्रतिशत है। इसकी उपलब्धि में और भी वृद्धि लाने की आवश्यकता है।
सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारियों को सख्त निर्देश दिया गया है कि टीकाकरण की उपलब्धि में 90 से लेकर 95 प्रतिशत तक की जाये। इसके लिए आशा, एएनएम, सीएचओ की मदद ली जाये। लोगों के बीच जन जागरूकता अभियान चलाने को कहा गया। टीकाकरण के फायदे को बतायें, ताकि अधिक से अधिक बच्चे व गर्भवती महिलाएं टीकाकृत हो सकें।
डीपीएम ने बताया कि समीक्षा के दौरान जिले के परवलपुर, सदर प्रखंड बिहारशरीफ, एकंगरसराय व बिंद की टीकाकरण में उपलब्धि अपेक्षाकृत कम पायी गयी। सीएस ने संबंधित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारियों को निर्देश दिया गया कि इसकी उपलब्धि 90 प्रतिशत से अधिक लायें। इन स्वास्थ्य संस्थानों को सख्त हिदायत दी गयी कि जितना जल्द हो सके, उपलब्धि में वृद्धि लाने की दिशा में कार्य करें। कम उपलब्धि रहने के कारण इन संस्थानों के प्रभारियों, बीएचएम, बीसीएम से शोकॉज किया जायेगा।
डीपीएम ने बताया कि भव्या कार्यक्रम की भी उपलब्धियों की समीक्षा की गयी। इसमें भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, हेल्थ एंड बेलनेस सेंटरों की उपलब्धि अपेक्षाकृत जो डॉक्टर भव्या पोर्टल पर चिकित्सा सेवा से संबंधित कार्य पूरी तरह से नहीं कर पा रहे हैं। वैसे लोगों को इस पोर्टल के माध्यम चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने को कहा गया।
समीक्षा में पाया गया कि इस पोर्टल के माध्यम से डॉक्टर सेवा प्रदान कर रहे हैं। लेकिन कई डॉक्टरों की उपलब्धि कार्यक्रम में बेहतर नहीं है। ऐसे लोगों को पंजीयन पोर्टल अपलोड करने को कहा गया। हेल्थ एंड बेलनेस सेंटरों तक भव्या को पूरी तरह से सफल बनाने को कहा गया। भव्या में उपलब्धि कम रहने वाले चिकित्सकों से भी शोकॉज होगा।
सीएस ने फैमिली प्लानिंग कार्य को पूरी तरह से सफल बनाने को कहा गया। एमडीए अभियान को भी शत प्रतिशत सफलीभूत बनाने का टास्क दिया गया। अस्पतालों में दवा की उपलब्धता बनाये रखने का निर्देश दिया।
इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. राजेंद्र चौधरी ने टीका कार्य को पूरी तरह से सफल बनाने में इसकी उपलब्धि में और वृद्धि लाने को कहा। इस मौके पर एसीएमओ डॉ. कुमकुम, डॉ. राम मोहन सहाय, डॉ. राकेश कुमार, डीडीए उज्जवल कुमार समेत जिले के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, उपाधीक्षक, अस्पताल प्रबंधक, बीसीएम, बीएचएम आदि उपस्थित थे।
- Avoid deadly dengue: जानलेवा डेंगू फैलने के कारण, लक्षण, बचाव और उपचार
- सरकारी स्कूलों में कार्य योजना बनाकर पढ़ाई का आदेश, खाली समय में शिक्षक करेंगे ये काम
- Rajgir Municipal Council: यहाँ वाहनों के लिए जरुरी नहीं है कोई कागजात !
- नालंदा डीएम ने हिलसा में नल जल, पटवन, बिजली को लेकर की समीक्षा बैठक
- Success Story: किसान का बेटा बना दरोगा, गांव-परिवार में हर्ष का माहौल