राजगीर (नालंदा दर्पण)। पूरे नालंदा जिले में कुकुरमुत्ते की तरह उगे नीजि स्कूलों में एक किड्स एकेडमी सह कोचिंग सेंटर के हॉस्टल से दस बजे दिन में लापता चार छात्रों को सिलाव थाना पुलिस ने पड़ोसी जिले के नवादा के वारिसलीगंज रेलवे स्टेशन से डेढ़ बजे रात में सकुशल बरामद कर लिया है।
पुलिस के अनुसार चार बच्चे के लापता होने की सूचना स्कूल प्रबंधन द्वारा नहीं दी गयी थी। रात दस बजे लापता एक बच्चे सचिन कुमार की मां सिलाव डीह निवासी बबिता देवी ने थाना आकर जानकारी दी। जिसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए बारह घंटे के अंदर सभी लापता चार छात्र को बरामद कर आवश्यक प्रक्रिया को पूरा कर उनके अभिभावक को सौंप दिया गया।
सकुशल बरामद छात्रों में लखीसराय जिले के हलसी थाना क्षेत्र के बैरामा निवासी सुनील कुमार पांडेय का पुत्र अतुल कुमार, नालंदा थाना क्षेत्र के माहुरी गांव निवासी कृष्ण सिंह का पुत्र हिमांशु कुमार, सिलाव थाना क्षेत्र के सिलाव डीह निवासी हरिओम प्रसाद का पुत्र सचिन कुमार एवं नवादा जिले के वारसलीगंज के भोजपुर निवासी संतोष कुमार सिंह का पुत्र प्रदुमन कुमार शामिल है।
पुलिस ने बताया कि बरामद बच्चों के द्वारा बताया गया कि स्कूल से भाग कर सभी ट्रेन से राजगीर होते हुए हिसुआ गये थे जहां से फिर वारिसलीगंज पहुंचे थे और प्रदुमन कुमार के घर भोजपुर जा रहे थे। लेकिन इसी दौरान रास्ते में वारिसलीगंज रेलवे स्टेशन पर पुलिस के द्वारा जांच पड़ताल के क्रम में बरामद कर लिया गया।
सिलाव थानाध्यक्ष ने बताया कि जिस प्रकार स्कूल से चार छात्र लापता हो गये, उससे स्कूल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आयी है। प्रबंधन ने रात दस बजे के बाद भी इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को नहीं दी जिसकी जानकारी वरीय अधिकारी को दी गयी है।
इस संबंध में सिलाव प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी का कहना है कि स्कूल के पास संचालन करने का शिक्षा विभाग से कोई लाइसेंस भी प्राप्त नही है। उन्होंने बताया कि सिलाव बाजार में एक दर्जन से अधिक स्कूल और कोचिंग सेंटर चल रहे हैं, किसी के पास डैस कोड नही है और ऐसे संस्थानों को चिन्हित कर अग्रेत्तर कार्रवाई की जायेगी।
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