नालंदा दर्पण डेस्क। बिहार राज्य में नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए 9 जिलों में कुल 52 कंप्यूटर केंद्रों पर सक्षमता परीक्षा ली जा रही है। क्योंकि राज्यकर्मी बनने के लिए नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा में उत्तीर्ण होना अनिवार्य बताया गया है।
इसी बीच सक्षमता परीक्षा को लेकर एक बड़ी खबर यह सामने आया है कि बिहार के सभी जिलों से नियोजित शिक्षकों ने आवेदन दिया था। उन आवेदनों की जांच के क्रम में सनसनीखेज खुलासा हुआ है।
यहां एक ही टीईटी, एसटीईटी और बीटेट क्रमांक पर कई जिलों में शिक्षक कार्यरत है। यानी एक क्रमांक पर कई शिक्षक काम कर रहे हैं। यह स्थिति किसी एक जिले नहीं बल्कि अधिकतर जिलों में है।
भले ही टीईटी व एसटीईटी उत्तीर्ण करने वाले एक हों, लेकिन उस नाम और रोल नंबर पर कई लोग बहाल कर दिये गये है। यह खुलासा तब हुआ जब दूसरे जिले के स्थानीय निकायों में कार्यरत नियोजित शिक्षकों ने सक्षमता परीक्षा को लेकर आवेदन किया।
पहले फेज में 56 ऐसे एक ही क्रमांक पर कई जिलों में कार्यरत है। साथ ही अभी भी 414 आवेदन पेंडिंग है तथा 3 नियोजित शिक्षकों ने रिव्यू पेटिशन डाला है। कई नियोजित शिक्षक जांच के घेरे में अभी भी सैकड़ों नियोजित शिक्षकों की नौकरी खतरे में है।
यही कारण है कि कई नियोजित शिक्षकों के द्वारा सक्षमता परीक्षा का विरोध भी किया जा रहा है। अभी भी कई नियोजित शिक्षकों के आवेदन को जांच के लिए पेंडिंग रखा गया है। ये मामला कमोवेश सभी जिलों में एक जैसा ही है।
नालंदा जिले के एक अभ्यर्थी के सर्टिफिकेट नम्बर पर कई जिलों में शिक्षक कार्यरत है। इन शिक्षकों के वेतन का भी भुगतान किया जा रहा है।
बेन प्रखंड के छकौड़ीबिगहा स्कूल की प्रखंड शिक्षिका नीतू कुमारी के द्वारा भी सक्षमता परीक्षा के लिए आवेदन दिया गया था। इनके भी आवेदन को रोक दिया गया था। तब शिक्षिका ने इसकी शिकायत डीएम से की। इसके बाद मामले का खुलासा हुआ। ऐसे सभी नियोजित शिक्षकों के एडमिट कार्ड को रोक दिया गया है।
विभाग की मिलीभगत से फर्जी सर्टिफिकेट पर कई शिक्षक हैं। कार्यरत हैरान करने वाली बात यह है कि शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के ढेर सारे अंकपत्र भी फर्जी मिल रहे है। टीईटी के अंकपत्रों का मिला करने के बाद ही अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया गया था।
पूरा खेल नियोजन से जुड़े माफियाओं का बताया जा रहा है। जिसे चाहा उसे शिक्षक बना दिया। इस पूरे खेल में विभाग के कर्मी की मिलीभगत के बगैर बिना जांच के नियुक्ति पत्र नहीं दिया जा सकता है।
नालंदा जिला शिक्षा पदाधिकारी के अनुसार शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच की जा रही है सक्षमता परीक्षा को लेकर नियोजित शिक्षकों की कई चरणों में जांच की जा रही है। जांच में यह बात सामने आई है कि कई नियोजित शिक्षकों के द्वारा एक ही सर्टिफिकेट नम्बर पर कई जिलों से आवेदन किया गया है।
विभागीय निर्देश के आलोक में इन नियोजित शिक्षकों के एडमिट कार्ड को रोक दिया गया है। तत्काल इन शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच की जा रही है।
बता दें कि नियोजित शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा के पूर्व 55 शिक्षकों के खिलाफ निगरानी ने विभिन्न थानों में एफआईआर दर्ज कराई है। इसकी सूची भी विभाग को उपलब्ध करा दी गई है। अब ये शिक्षक सक्षमता परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे।
फिलहाल नालंदा जिले में सक्षमता परीक्षा को लेकर नियोजित शिक्षकों का आंकड़ा ऑनलाइन आवेदन करने वाले नियोजित शिक्षक-5267, स्वीकृत आवेदन-4794, जांच में पकड़े गए नियोजित शिक्षकों की संख्या-56, रिव्यू आवेदन की संख्या- 3, पेंडिंग आवेदनों की संख्या 414 है।
वहीं, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा जारी एडमिट कार्ड- 1775, एडमिट कार्ड डाउनलोड करने वाले नियोजित शिक्षकों की संख्या-1683, एडमिट कार्ड को डीपीओ स्थापना द्वारा सत्यापित करके बीएसईबी वेबसाइट पर अपलोड की संख्या- 1023 बताई जाती है।
[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=ocRAswGNbHw[/embedyt]
मंत्री श्रवण कुमार के घर में सरकारी योजनाओं की लूट का आलम देखिए
नगरनौसा हाई स्कूल के मैदान में प्रखंड स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन
[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=YdpF7MyHA3I[/embedyt]
नालंदा टोल पलाजा के पास अज्ञात वाहन ने 2 बाइक सवार को रौंदा, 2 की मौत, 3 गंभीर
बिहारशरीफ श्रम कल्याण केंद्र में पास पुलिस ने एक महिला चोर को मॉबलींचींग से बचाया
[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=ECDnbnfqlUY[/embedyt]
CM नीतीश कुमार की घोषणा बाद ACS केके पाठक का आदेश बना अबूझ पहेली
[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=eTt1BeTDOt0[/embedyt]