बिहार में SC के आदेश पर STET-2025 से पहले बनेगा नया नियम
यह पूरी योजना शिक्षा विभाग की दोहरी रणनीति को दर्शाती है। एक तरफ योग्य शिक्षकों की बहाली के लिए एक मजबूत परीक्षा प्रक्रिया की तैयारी तो दूसरी ओर बच्चों की नींव को मजबूत बनाने की दिशा में ठोस कदम...

बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहार माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET-2025) से पहले शिक्षा विभाग एक नई और सख्त गाइडलाइन (मार्गदर्शिका) तैयार करने जा रहा है। यह पहल पटना हाईकोर्ट के निर्देश के अनुपालन में की जा रही है। जिससे परीक्षा प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और न्यायसंगत बन सके। इसको लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक 14 मई, बुधवार को आयोजित की जायेगी। जिसमें बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) और माध्यमिक शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी संयुक्त रूप से गाइडलाइन तैयार करेंगे।
सूत्रों की मानें तो हाईकोर्ट ने बिहार सरकार को स्पष्ट निर्देश दिया है कि STET परीक्षा को लेकर ठोस और पारदर्शी मार्गदर्शिका बनाई जाए। ताकि भविष्य में किसी प्रकार की शिकायत या भ्रम की स्थिति उत्पन्न न हो। इसके आलोक में अब परीक्षा आयोजन से पहले नियम तय कर लिए जाएंगे, जो सभी अभ्यर्थियों के लिए एक समान होंगे।
जहां एक ओर शिक्षक पात्रता परीक्षा को लेकर सरकार गंभीर है। वहीं दूसरी ओर राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की बुनियादी गणितीय समझ को भी मजबूत करने की दिशा में पहल की जा रही है। खासकर कक्षा 5वीं और 6वीं के बच्चों के लिए गणित समर कैंप लगाए जाएंगे। ये कैंप खासतौर पर उन विद्यार्थियों के लिए होंगे, जो जोड़, घटाव, गुणा, भाग, गिनती और पहाड़ा जैसे प्राथमिक गणितीय कौशल में कमजोर हैं।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार ये समर कैंप 2 जून से 20 जून तक चलेंगे। हर कैंप में 10 से 15 छात्र होंगे, जिन्हें स्वयंसेवी शिक्षक रोज डेढ़ घंटे उनके घर के पास पढ़ाएंगे। पहले चरण में कमजोर छात्रों की पहचान की जाएगी और फिर उन्हें विशेष अभ्यास के माध्यम से गणित में दक्ष किया जाएगा।
यह पूरी योजना शिक्षा विभाग की दोहरी रणनीति को दर्शाती है। एक तरफ योग्य शिक्षकों की बहाली के लिए एक मजबूत परीक्षा प्रक्रिया की तैयारी तो दूसरी ओर बच्चों की नींव को मजबूत बनाने की दिशा में ठोस कदम। यह पहल न केवल शिक्षा के स्तर को सुधारने में सहायक होगी, बल्कि इससे बच्चों का आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।









