हिलसा (नालंदा दर्पण)। बिहारशरीफ अवस्थित मनरेगा जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय के के समक्ष करायपरसुराय प्रखंड प्रमुख संगीता देवी ने आवेदन देकर प्रखंड कार्यालय में कार्यरत कर्मियों पर कमीशनखोरी के चक्कर में किए जा रहे कार्यों में भारी अनियमितता बरते जाने संबंधित आरोप लगाया है और इसकी तत्काल जांच कराकर जिम्मेवार मनरेगा कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है।
उन्होंने आवेदन दिया है कि प्रखंड मनरेगा कार्यालय में कार्यरत लेखपाल संजय कुमार विगत 17 वर्षों से यहां कार्यरत हैं। वह वर्ष 2007 से लेकर अभी तक यहां कार्य कर रहे हैं। जो भी योजना का कार्य होता है, इसमें उनके द्वारा बिना अग्रिम राशि लिए कार्य नहीं किया जाता है।
इसी प्रकार यहाँ कार्यरत कनीय अभियंता अखिलेश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि किसी भी कार्य के प्राक्कलन बनाने में वह 5 से 10 हजार रुपए अग्रिम राशि लेते हैं और उसके बाद मापी पुस्तक में उनके द्वारा 10 प्रतिशत राशि बतौर कमीशन ली जाती है। जो नाजायज राशि नहीं देते हैं, उनका प्राक्कलन 5 लाख के जगह 2 लाख का बनाते हैं।
ऐसे ही कार्य में डाटा एंट्री ऑपरेटर पिंटू कुमार भी संलिप्त हैं। पिंटू कुमार के द्वारा योजना एंट्री एवं मास्टर रोल एंट्री करने के नाम पर 3 से 4 हजार रुपए अग्रिम राशि ली जाती है।
प्रखंड प्रमुख ने लिखा है कि उक्त कर्मचारियों के कारण पंचायत में चल रहे कार्यों में काफी बाधाएँ उत्पन्न हो रही है। इसलिए मनरेगा जिला कार्यक्रम पदाधिकारी द्वारा अपने स्तर से इसकी जांच करवा कर दोषियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई तथा एक ही जगह पर वर्षों से कार्यरत कर्मचारियों का स्थानांतरण की जानी चाहिए।
- नालंदा DM ने सामान्य शाखा के लिपिक को किया सस्पेंड, ली रिश्वत, जानें मामला
- नालंदा DM ने शिक्षक संघ की शिकायत पर DPO पर की बड़ी कार्रवाई
- Biharsharif Civil Surgeon Office: 12 साल से फर्जी अनुकंपा पर बहाल है यह लिपिक
- Niyojit Teacher Appointment Fraud: 20 साल बाद खुला शिक्षिका की अवैध नियुक्ति का राज
- Biharsharif Government Bus Stand: परिवहन विभाग को 20 साल से है बड़ा हादसा का इंतजार
- Rajgir Glass Bridge : जानें राजगीर ग्लास ब्रिज की खासियत, जो पर्यटकों का मन मोह लेता है
- WhatsApp New Features: व्हाट्सएप के इस नए फीचर का इस्तेमाल जरुर करें
- जानें व्हाट्सएप (WhatsApp) से वीडियो डाउनलोड करने के सुरक्षित तरीके
- जानें क्या है डोमिसाइल और कितना जरुरी है यह Domicile प्रमाण पत्र
- BPSC शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में भाषा की अनिवार्यता खत्म करना सरकारी मूर्खता