राजगीर (नालंदा दर्पण)। नालंदा केंद्रीय सहकारिता बैंक नित दिन ऊंचाइयों को छू रहा है। उसी का परिणाम है कि इस वर्ष 4,66,84,97,081 रुपये का व्यवसाय हुआ है। यह पिछले वर्ष की तुलना में नौ फीसदी अधिक है। यह सहकारिता बैंक की वित्तीय स्थिति को मजबूत करने के साथ सदस्यों और ग्राहकों के प्रति प्रतिबद्धता है।
उक्त बातें राजगीर आरआईसीसी सभागार में आयोजित नालंदा सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक की वार्षिक आमसभा का उद्घाटन करते हुए बैंक अध्यक्ष विधायक डॉ. जितेंद्र कुमार ने कही। इस आमसभा में जिले के सभी 249 पैक्स शामिल हुए।
उन्होंने बैंक की उपलब्धियां को विस्तार से गिनाया और बताया कि नालंदा सहकारिता बैंक डिजिटल बन गया है। क्यूआर कोड आधारित भुगतान प्रणाली लागू है। जिले के 122 पैक्सों को कंप्यूटरीकृत किया गया है। जिले के 62 पैक्स लाइव हो चुके हैं।
उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में नालंदा सहकारिता बैंक की और शाखाएं खुलेगी। डिजिटल सेवाओं का आमसभा में मंचासीन अध्यक्ष एवं निदेशक विस्तार किया जाएगा। पर्यावरण हित में बैंकिंग संचालन में ग्रीन बैंकिंग की अवधारणा को लागू किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि 2025 नालंदा सहकारिता बैंक का शताब्दी वर्ष होगा। 100 साल पूरे होने पर जश्न के आयोजन के साथ नये आयाम भी जोड़े जायेंगे। 1925 ई. से लगातार नालंदा सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक विश्वास का प्रतीक बन गया है।
उन्होंने कहा कि इस बैंक के स्थापना का 99 साल पूरा हो गया है। अगले वर्ष में इस बैंक का शताब्दी मंडल के सदस्य। में आप स समारोह मनाया जायेगा। बैंक की आर्थिक स्थिति और पैक्सों से जुड़े समस्याओं पर चर्चा हुई।
अध्यक्ष डॉ. जितेंद्र कुमार ने बैंक के वित्तीय वर्ष 2023-24 की रिपोर्ट पेश की, जिसमें बताया गया कि बैंक में इस वर्ष महत्वपूर्ण लाभ अर्जित किया है। अपनी सेवाओं का विस्तार किया है। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में बैंक की शाखों की संख्या बढ़ाई गई है। जिससे अधिक से अधिक लोगों को वित्तीय सेवाओं का लाभ मिल रहा है।
उपाध्यक्ष पंकज कुमार ने कहा कि बैंक ने अपनी सेवाओं में सुधार करते 1925 से विश्वास का प्रताक नालन्दा सेन्ट्रल को-ऑपरेटिव बैंक लि. वार्षिक आम सभा 2024 अंशधारकों हार्दिक त एवं अभिनन्दन है । fear-09-2024 हुए ग्राहकों के विश्वास को कायम रखा है। उन्होंने इस प्रगति के लिए सभी निवेशको कर्मचारियों और विशेष रूप से अध्यक्ष डॉ. जितेंद्र कुमार की सराहना की जिनके नेतृत्व क्षमता ने बैंक को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा है।
बैठक में भविष्य की योजनाओं पर भी चर्चा की गई। जिसमें ग्रामीण बैंक की पहुंच बढ़ाने नई शाखों की स्थापना और डिजिटलीकरण को और अधिक मजबूत करने पर जोर दिया गया। हमारा बैंक की सबसे बड़ी ताकत हमारे शेयर धारक और ग्राहक है, जिनके सहयोग से हम नए आयाम को छू रहे हैं।
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