बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। अब सूबे के सभी सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए नए शैक्षणिक सत्र 2025-26 से एक नई व्यवस्था लागू होने जा रही है। बिहार शिक्षा विभाग (Bihar Education Department) ने राज्य के सभी सरकारी, गैर-सरकारी मान्यता प्राप्त अल्पसंख्यक स्कूलों, अनुदानित एवं प्रस्वीकृत मदरसों, संस्कृत विद्यालयों और वित्त रहित अनुदानित स्कूलों के बच्चों की पोशाक का रंग तय कर दिया है। इसमें हल्का नीला (स्काई ब्लू) और गहरा नीला (नेवी ब्लू) को चुना गया है।
कक्षा 1 से कक्षा 8 तक के छात्राओं के लिए समीज शर्ट का रंग आसमानी नीला होगा। जबकि दुपट्टा हाफ जैकेट और सलवार स्कर्ट का रंग गहरा नीला रहेगा। छात्रों के लिए शर्ट आसमानी नीला और पैंट गहरा नीला होगा।
कक्षा 9 से कक्षा 12 के छात्राओं के लिए समीज का रंग आसमानी नीला और दुपट्टा हाफ जैकेट और सलवार का रंग गहरा नीला निर्धारित किया गया है। वहीं प्लस टू स्कूलों के छात्रों के लिए पोशाक का कोई प्रावधान नहीं रखा गया है।
माध्यमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी आदेश में बताया गया है कि विभिन्न स्कूलों में अलग-अलग रंग की पोशाकें होने से एकरूपता का अभाव महसूस किया जा रहा था। इसे दूर करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
शिक्षा विभाग ने यह भी सुनिश्चित किया है कि पोशाक के लिए दी जाने वाली सरकारी सहायता राशि का सही उपयोग हो। अगली शिक्षक-अभिभावक बैठक में यह जानकारी दी जाएगी कि कितनी राशि और किस प्रयोजन के लिए दी जा रही है। अभिभावकों से लिखित या मौखिक घोषणा ली जाएगी कि यह राशि सिर्फ पोशाक खरीदने में ही खर्च होगी।
मार्च 2025 में सभी बच्चों की नई पोशाक में फोटोग्राफी कराई जाएगी। जिसे ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। इससे इस योजना की पारदर्शिता और प्रभावशीलता सुनिश्चित होगी।
अलग-अलग रंगों की पोशाक से बच्चों में भेदभाव की भावना उत्पन्न हो रही थी। इसके अलावा शिक्षा के क्षेत्र में समानता लाने और सरकारी सहायता के सही उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
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