नालंदा दर्पण डेस्क। बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के अपर सचिव सह परीक्षा नियंत्रक ने बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव (ACS) डॉ. एस सिद्धार्थ को सोशल मिडिया पर फर्जी सूचना परिचालित (वायरल) होने के संबंध में एक पत्र लिखा है।
बीपीएससी ने स्पष्ट किया है कि विभिन्न सोशल मिडिया प्लेटफार्म पर अधोहस्ताक्षरी के नाम एवं हस्ताक्षर से फर्जी आवश्यक सूचनाएँ परिचालित की जा रही है। जिसमें शिक्षक एवं शिक्षिकाओं द्वारा गलत ढंग से उपस्थिति दर्ज करने एवं उनके वेतन कटौती संबंधी सूचना परिचालित हो रही है।
इस संबंध में बीपीएससी का कहना है कि आयोग द्वारा कोई भी सूचना अपने वेबसाईट के माध्यम से प्रकाशित की जाती है। वर्तमान में परिचालित सूचना अधोहस्ताक्षरी के स्तर से प्रकाशित नहीं की गयी है।
दरअसल, बिहार लोक सेवा आयोग के अपर सचिव सह परीक्षा नियंत्रक के हवाले से यह सूचना वायरल हो रही है कि नियोजित एवं बीपीएससी से नियुक्त समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं प्रधानाध्यापकों को लेकर विभाग को इस प्रकार की जानकारी प्राप्त हुयी है कि कुछ ऐसे शिक्षक-शिक्षिकाएं है, जो सुबह आते है और उपस्थिति बनाकर वापस चले जाते है और स्कूल आउट होने से पहले आकर आउट करके चले जाते है।
वहीं इसकी समस्त जानकारी विभाग को मोबाइल लोकेशन के जरिये मिलती रहती है। अतः ऐसे शिक्षक-शिक्षिकाओं को सूचित किया जाता है कि इस तरह के कार्य ना करें अन्यथा प्रधानाध्यापक सहित उस शिक्षक-शिक्षिका का एक सप्ताह का वेतन काट दिया जायेगा।
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