अन्य
    Tuesday, December 3, 2024
    अन्य

      टीआरइ-3, हेडमास्टर एवं सक्षमता पास 1.25 लाख टीचरों की 9-31 दिसंबर तक यूं होगी काउंसेलिंग

      बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहार शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में नव-चयनित एवं अनुशंसित प्रधानाध्यापकों, प्रधान शिक्षकों, टीआरइ-3 (शिक्षक भर्ती परीक्षा) में सफल विद्यालय अध्यापकों और सक्षमता परीक्षा-2 पास शिक्षकों की काउंसेलिंग की तिथियां घोषित कर दी हैं। इस काउंसेलिंग प्रक्रिया का आयोजन 9 दिसंबर से 31 दिसंबर, 2024 तक किया जाएगा।

      इस संबंध में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) डॉ. एस सिद्धार्थ ने सभी जिला पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। काउंसेलिंग के दौरान शिक्षा विभाग के किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की नियुक्ति से संबंधित ड्यूटी नहीं लगेगी।

      काउंसेलिंग का शेड्यूल:

      1. प्राथमिक और उच्च माध्यमिक प्रधान शिक्षक: 9 से 13 दिसंबर तक कुल 36,947 प्राथमिक प्रधान शिक्षकों और 5,971 उच्च माध्यमिक प्रधानाध्यापकों की काउंसेलिंग होगी।
      2. टीआरइ-3 के शिक्षक: कक्षा 1-5 के 21,911 और कक्षा 6-8 के 16,989 अध्यापकों की काउंसेलिंग 16 से 20 दिसंबर के बीच की जाएगी।
      3. सक्षमता परीक्षा-2 पास शिक्षक: 65,716 शिक्षकों की काउंसेलिंग 23 से 31 दिसंबर के बीच कराई जाएगी।

      इसके साथ ही कक्षा 9-10 और 11-12 के लिए टीआरइ-3 में चयनित विद्यालय अध्यापकों की काउंसेलिंग भी निर्धारित शेड्यूल के बीच होगी। हालांकि इसके लिए तारीखें अभी घोषित नहीं की गई हैं।

      काउंसेलिंग प्रक्रिया और स्थान: प्रधान शिक्षक और सक्षमता परीक्षा पास शिक्षकों की काउंसेलिंग उनके पदस्थापना वाले जिले में होगी। जबकि हेडमास्टर की काउंसेलिंग डिविजन के जिला मुख्यालयों पर आयोजित की जाएगी। इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी सीसीटीवी कैमरों से की जाएगी ताकि इसे पारदर्शी और निष्पक्ष बनाया जा सके।

      इस महत्वपूर्ण काउंसेलिंग प्रक्रिया के जरिए, बिहार के सरकारी स्कूलों में शिक्षा गुणवत्ता को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से चयनित शिक्षकों को उनकी जिम्मेदारियों सौंपी जाएंगी।

      LEAVE A REPLY

      Please enter your comment!
      Please enter your name here

      संबंधित खबर

      error: Content is protected !!
      10 most beautiful actresses in the world : विश्व की 10 सबसे सुंदर अभिनेत्रियां जानें प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय से जुड़े अनसुलझे रहस्य राजगीर सोन भंडारः जहां छुपा है दुनिया का सबसे बड़ा खजाना यानि सोना का पहाड़ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नालंदा में स्कूली शिक्षा व्यवस्था का आलम