बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रहुई में ईलाज के लिए आई डायरिया ग्रस्त एक महिला मरीज का स्थिति नाजुक रहने के कारण डॉक्टर के द्वारा उसे बिहारशरीफ सदर अस्पताल रेफर किए जाने पर जो शर्मनाक तस्वीर उभरकर सामने आई थी, उसके बाद स्वास्थ्य व्यवस्था की जब खूब थू-थू हुई तो आनन-फानन में कुल 11 कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
सीएचसी प्रभारी डॉ. चंद्रशेखर प्रसाद चौधरी ने 11 लोगों से स्पष्टीकरण मांगा है, उनमें जीएनएम कंचन कुमारी, एएनएम सुनिता कुमारी सिन्हा, एंबुलेंस चालक विजय कुमार, दिलीप कुमार, ईएमटी सचिन कुमार, अमरजीत कुमार, सुरक्षा गार्ड छोटे यादव, ऋतिक कुमार, राकेश कुमार, भोला कुमार और सिंपी कुमारी है।
बता दें कि रहुई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक ऐसा मामला सामने आया है, जो स्वास्थ्य सेवाओं की दयनीय स्थिति को उजागर करता है। यहां एक महिला मरीज को अपनी गोद में लेकर हाथ में स्लाइन की बोतल थामे अस्पताल से बाहर जाते देखा गया। सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा की यह तस्वीर न केवल स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही को दर्शाता है। बल्कि स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी की ओर भी इशारा करता है।
मरीज की रिश्तेदार बेबी देवी के अनुसार मरीज काजल कुमारी रहुई प्रखण्ड की उत्तरनावां गांव की रहने वाली है। वह डायरिया से पीड़ित थी। उनका इलाज सीएचसी रहुई में चल रहा था। जब मरीज की हालत में सुधार नहीं हुआ तो स्वास्थ्यकर्मियों ने उन्हें सदर अस्पताल बिहारशरीफ रेफर कर दिया।
लेकिन यहां चौकाने वाली बात यह है कि रेफर करने के बाद भी मरीज को एम्बुलेंस की सुविधा नहीं दी गई। परिजनों को मजबूरन मरीज को गोद में उठाकर, स्लाइन की बोतल हाथ में लेकर अस्पताल से बाहर निकलना इस पड़ा। दौरान स्वास्थ्यकर्मी मूक दर्शक बने रहे। मरीज के परिजनों को नहीं रोक पाए।
इस घटना ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया। जब मरीज के परिजन सड़क पर वाहन का इंतजार कर रहे थे, तब वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई। तब जाकर स्वास्थ्यकर्मियों ने एम्बुलेंस बुलवाई और मरीज को सदर अस्पताल ले जाया गया।
- Nav Nalanda Mahavihar: पूर्णतः रैगिंग मुक्त परिसर है नव नालंदा महाविहार
- नालंदा सिविल सर्जन ने टास्क पूरा नहीं करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों पर की बड़ी कार्रवाई
- नालंदा DM ने सामान्य शाखा के लिपिक को किया सस्पेंड, ली रिश्वत, जानें मामला
- Big action in education department: DM के आदेश से DEO ने 3 प्रधान लिपिक सहित 44 का बदला प्रभार
- नालंदा DM के आदेश के आदेश से सभी DPO पर गिरी गाज, बदला प्रभार