नालंदा दर्पण डेस्क। राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री और चंडी-हरनौत से नौ बार विधायक रह चुके हरिनारायण सिंह आज विधानसभा में अपनी रौ में दिखे। सत्र के दूसरे दिन हाईस्कूलों में प्रबंध समिति गठन को लेकर मुद्दा उठा, जो काफी गरमा गया। इस मुद्दे पर सता और विपक्ष के कई विधायक साथ आ गये।
पूर्व शिक्षा मंत्री हरिनारायण सिंह ने सदन में आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधन कमिटी के गठन में देरी क्यों हो रहीं हैं?
उन्होंने सदन में यह कहकर सब को अवाक कर दिया कि वह नौ बार से विधायक हैं, लेकिन हाईस्कूल के हेडमास्टर उनकी बात नहीं मानते हैं।
विधानसभा सत्र का आज दूसरा दिन है। दूसरे दिन प्रश्नकाल सुचारू रूप से चल रहा था।इसी बीच नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार के निचले पायदान पर रहने पर विपक्ष ने सरकार पर जमकर प्रहार किया।
प्रतिपक्ष नेता तेजस्वी के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि हम कहां खड़े हैं, यह महत्वपूर्ण नहीं बल्कि यह अहम है कि हम जा किधऱ रहे हैं?
वहीं हाईस्कूलों में प्रबंध समिति गठन के मुद्दे पर सरकार घिर गई। सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने शिक्षा मंत्री को इस मुद्दे पर घेर लिया।
बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा कि मेरे विस क्षेत्र में एक भी स्कूल में प्रबंध समिति नहीं गठित की गई है।
भाजपा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने तो सरकार की पोल ही खोल दी…
हमारे यहां का हेडमास्टर कहता है कि प्रबंध समिति क्या होता है? हम नहीं जानते हैं। स्कूल का पेड़ कटवाकर हेडमास्टर बेंच दिया। हमने डायरेक्टर से शिकायत की तो उसने 10 हजार रू ले लिया। फिर हमने शिकायत की इसके बाद केस दर्ज हुआ।
सत्ता पक्ष और विपक्ष के कई सदस्यों ने एक स्वर से कहा कि किसी विद्यालय में प्रबंध समिति का गठन नहीं किया जा रहा।
वहीं शिक्षा मंत्री ने कहा कि किसी सदस्य को अगर लगता है कि उके यहां हाईस्कूलों में प्रबंध समिति का गठन नहीं किया गया तो इसकी जानकारी दें। एक महीने के अंदर सभी जगहों पर प्रबंध समिति का गठन होगा।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि किस प्रधानाध्यापक ने गठित नहीं करने की हिमाकत की उसके बारे में जानकारी दीजिए, हम उस पर कार्रवाई करेंगे। वहीं, विस अध्यक्ष ने आसन से नियमन दिया कि सरकार सभी सरकारी स्कूलों में एक महीना के अंदर प्रबंध समिति का गठन करवाए।
सरकार की तरफ से जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि कोरोना की वजह से थोड़ी रफ्तार रूकी है। लेकिन हम निरंतर आगे बढ़ रहे हैं।
इस पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि कोरोना का रोना कब तक रोइएगा? नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार लगतार पिछड़ रहा है।
इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट में भले ही हम पीछे हों, लेकिन वो मानक सही नहीं है। विकसित और विकासशील राज्यों को मापने का पैमाना एक नहीं होना चाहिए।