किसान कॉलेज सोहसराय को नैक से मिला ‘सी’ ग्रेड, शिक्षकों और छात्रों में खुशी की लहर

बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। किसान कॉलेज सोहसराय को नैशनल असेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन काउंसिल (नैक) द्वारा ‘सी’ ग्रेड प्रदान किया गया है। इससे कॉलेज के शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी और छात्र-छात्राओं के बीच खुशी की लहर दौड़ गई है।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. उपेंद्र प्रसाद सिंह ने इस मौके पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि नैक से मान्यता मिलना कॉलेज के लिए बड़ी उपलब्धि है। नैक से मान्यता मिलने के बाद कॉलेज को न केवल वित्तीय सहायता मिलेगी, बल्कि शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार और राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता भी मिलेगी।
डॉ. सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के निर्देशों के तहत सभी डिग्री कॉलेजों को नैक से मान्यता प्राप्त करना अनिवार्य है। इस मान्यता के बाद कॉलेज को विकास के लिए यूजीसी से आर्थिक सहायता भी मिल सकेगी। इससे शैक्षणिक और भौतिक सुविधाओं में तेजी से सुधार होगा।
यह उल्लेखनीय है कि कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. अशोक कुमार ने इस मान्यता को दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कॉलेज में कई विकास कार्य और आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था कराई थी। हालांकि उनके सेवानिवृत्त होने के मात्र 18 दिन बाद कॉलेज को नैक से मान्यता मिली, लेकिन उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम आज देखने को मिल रहा है।
कॉलेज के कई अन्य शिक्षक डॉ. अशेश्वर ठाकुर, डॉ. मणिकांत सिंह, डॉ. सुधीर रंजन, डॉ. आर.एन. सिंह और डॉ. सत्येंद्र सिंह ने भी इस मौके पर अपनी खुशी व्यक्त की और इसे कॉलेज के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। नैक से मान्यता मिलने के बाद अब कॉलेज में अन्य सुविधाएं भी बहाल होने की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
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