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    Saturday, April 20, 2024
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      जानिएः जिला प्रशासन ने जारी की आपदा प्रबंधन विभाग के नए गाइडलाइन्स

      अब कैटेगरी ‘ए’ के राज्य/ शहर/ जिले से आए प्रवासियों को ही क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजा जाएगा। अन्य जगहों से आए लोगों को स्क्रीनिंग कर 21 दिनों का होम क्वॉरेंटाइन

      बिहारशरीफ (डॉ अरुण कुमार मयंक)। देश के अन्य राज्यों से बिहार में आने वाले प्रवासी कामगारों के रेंडम सैंपल टेस्टिंग के रिजल्ट के अध्ययन के आधार पर आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा प्रवासी कामगारों को क्वॉरेंटाइन में रखने के लिए नया गाइडलाइन्स जारी किया गया है।

      अद्यतन गाइडलाइन्स के आधार पर अत्यधिक प्रभावित राज्य, शहर एवं जिलों को केटेगरी ‘ए’ में रखा गया है। इन क्षेत्रों से आने वाले प्रवासियों को अनिवार्य रूप से प्रखंड एवं पंचायत स्तरीय क्वॉरेंटाइन सेंटर पर 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन में रखा जाएगा।

      कैटेगरी ‘ए’ के अलावा अन्य क्षेत्रों से आने वाले लोगों को उनके निबंधन एवं स्क्रीनिंग के उपरांत 21 दिनों के होम क्वॉरेंटाइन के लिए घर भेजा जाएगा। उनसे होम क्वॉरेंटाइन के अनुपालन से संबंधित सेल्फ डिक्लेरेशन लिया जाएगा।

      नालंदा जिला के लिए कैटेगरी ‘ए’ के अंतर्गत संपूर्ण महाराष्ट्र प्रदेश; दिल्ली; एनसीआर के गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा एवं गाजियाबाद जिले; सूरत, अहमदाबाद, बड़ौदा, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जयपुर, उदयपुर, जोधपुर, कोलकाता, हावड़ा, आगरा, कानपुर, कुरनूल, जालंधर, लुधियाना, अमृतसर, सोनीपत एवं रांची शहर को शामिल किया गया है।

      इन जगहों से आने वाले प्रवासियों को अनिवार्य रूप से प्रखंड एवं पंचायत स्तरीय क्वॉरेंटाइन सेंटर पर 14 दिनों के लिए रखा जाएगा। क्वॉरेंटाइन अवधि पूरा करने के बाद बगैर लक्षण वाले प्रवासियों को 7 दिनों के होम क्वॉरेंटाइन के लिए उनके घर भेजा जाएगा।

      इसके अतिरिक्त अन्य क्षेत्रों से आने वाले प्रवासियों को निबंधन एवं स्क्रीनिंग के बाद 21 दिनों के होम क्वॉरेंटाइन के लिए उन्हें घर भेजा जाएगा।

      कैटेगरी ‘ए’ से अतिरिक्त वाले स्थलों से पूर्व में आ चुके प्रवासी, जो अलग भवनों में क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखे गए हैं, उन्हें उनकी मेडिकल स्क्रीनिंग के बाद होम क्वॉरेंटाइन के लिए उनके घर भेजा जाएगा।

      और जहां दोनों श्रेणी के स्थलों से आने वाले प्रवासी एक ही भवन में आवासित हैं, उन्हें उनके 14 दिनों के क्वॉरेंटाइन अवधि पूरा होने के बाद ही होम क्वॉरेंटाइन के लिए छोड़ा जाएगा।

      19 मई को संध्या 6:00 बजे तक प्राप्त आंकड़े के अनुसार जिला के विभिन्न क्वॉरेंटाइन सेंटर पर कुल 22693 प्रवासी आए थे। इनमें से 3004 प्रवासियों को उनके क्वॉरेंटाइन अवधि पूरा होने के बाद सेंटर से होम क्वॉरेंटाइन के लिए विरमित किया गया है।

      प्रतिवेदित समय तक 19689 प्रवासी विभिन्न क्वॉरेंटाइन सेंटर पर आवासित थे। प्रवासियों के आने एवं क्वॉरेंटाइन अवधि पूरा करने के बाद विरमित होने का सिलसिला लगातार जारी है।

      आज नालन्दा के जिला पदाधिकारी योगेन्द्र सिंह ने आपदा प्रबंधन विभाग के नए गाइडलाइन्स के अनुसार प्रवासियों को क्वॉरेंटाइन सेंटर/ होम क्वॉरेंटाइन में रखने की व्यवस्था को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों के साथ बैठक की।

      उन्होंने सभी पदाधिकारियों को स्पष्ट रूप से बताया कि किसी भी स्तर के क्वॉरेंटाइन सेंटर पर आवासित किए गए लोगों के लिए संपूर्ण व्यवस्था की जिम्मेदारी संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं उनकी टीम की है।

      डीएम ने प्रत्येक आवासित व्यक्ति को डिग्निटी किट सहित अन्य देय सामग्री एवं आपदा प्रबंधन विभाग के मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप नाश्ते एवं भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

      पंचायत एवं ग्रामीण स्तर पर बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर की व्यवस्था पर विशेष रुप से ध्यान देने का निर्देश दिया।

      बैठक में उप विकास आयुक्त, सभी प्रखंडों के वरीय प्रभारी पदाधिकारी एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी जुड़े थे।

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