इस्लामपुर में वोटबंदी को लेकर महागठबंधन का चक्का जाम

इस्लामपुर (नालंदा दर्पण)। महागठबंधन ने वोटबंदी के खिलाफ नालंदा जिले के इस्लामपुर में व्यापक विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान वुढानगर, अमरुदिया बिगहा, मलिकसराय और तिनमुहानी पर सड़कों को जाम किया गया। जिसके परिणामस्वरूप वाहनों का परिचालन पूरी तरह ठप हो गया। इस जाम के कारण यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा।

केवई चौक पर आयोजित सभा में विधायक राकेश रौशन ने केंद्र और राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला।
उन्होंने कहा कि मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण गरीबों को उनके संवैधानिक मतदान के अधिकार से वंचित करने की साजिश है। यह सब केंद्र और राज्य सरकार के इशारे पर हो रहा है। विधानसभा चुनाव से मात्र दो माह पहले चुनाव आयोग द्वारा जारी निर्देशों ने मतदाताओं के अधिकारों को संकट में डाल दिया है।
उन्होंने आगे कहा कि इस पुनरीक्षण प्रक्रिया में मतदाताओं को अपनी भारतीय नागरिकता सिद्ध करने के लिए 11 प्रकार के दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे। इनमें से अधिकांश दस्तावेज आम नागरिकों, विशेषकर ग्रामीण और गरीब लोगों के पास उपलब्ध नहीं हैं। यह प्रक्रिया जानबूझकर मतदाताओं को परेशान करने और उन्हें लोकतांत्रिक प्रक्रिया से बाहर करने का प्रयास है।

वहीं भाकपा माले के सचिव उमेश पासवान ने इस मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए कहा यह नौजवानों और गरीबों के वोट के अधिकार पर सीधा हमला है। यह सब मोदी और नीतीश सरकार के इशारे पर हो रहा है। 2003 की मतदाता सूची दिखाकर लोगों को भ्रमित किया जा रहा है, जबकि उसका पुनरीक्षण 22 साल पहले हुआ था। अब मतदाताओं से ऐसे दस्तावेज मांगे जा रहे हैं जो आम भारतीयों के पास उपलब्ध नहीं हैं।
उन्होंने आगे कि जन्म पंजीकरण करवाना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। पंजीकरण न होने से किसी का जन्म अमान्य नहीं हो जाता। राज्य सरकार को जन्म और मृत्यु पंजीकरण की प्रक्रिया को सुनिश्चित करना चाहिए था। ताकि रिकॉर्ड स्वतः अपडेट रहता और नागरिकों को राहत मिलती। चुनाव आयोग का काम मतदाताओं को सुविधा प्रदान करना है, न कि नई अड़चनें खड़ी करके करोड़ों लोगों को लोकतंत्र से वंचित करना।
इस अवसर पर राजद प्रखंड अध्यक्ष मो. इस्माइल उर्फ बरबाद सिंह, राजद नेता सुभाष यादव, सर्वेश कुमार, राधेलाल गुप्ता, रामवचन सिंह, सुनील सिंह, उपेंद्र प्रसाद, अरुण कुमार, जनार्दन प्रसाद, रामाधीन चौहान, मिथलेश यादव, नरेश महतो, रंजीत यादव सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे।









