
राजगीर (नालंदा दर्पण)। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 जून पहली बार मगध साम्राज्य की ऐतिहासिक राजधानी राजगीर की धरती पर अपना कदम रखेंगे। उसी दिन वे नालंदा विश्वविद्यालय के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन करेंगे।
हालांकि, खबरों के अनुसार नालंदा विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा इसकी पुष्टि नहीं की गयी है। विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार प्रधानमंत्री कार्यालय से अब तक उन्हें कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है।
लेकिन अधिकारिक सूत्रों की मानें तो नालंदा विश्वविद्यालय भवन उद्घाटन समारोह में विदेश मंत्री एस जयशंकर, राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, शिक्षा मंत्री सुनील कुमार, विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. अरविन्द पनगढ़िया एवं अन्य प्रमुख हस्तियां शामिल होंगे। साथ ही कई देशों के राजदूतों को भी समारोह में शामिल होने की संभावना है।
कहते हैं कि प्रधानमंत्री के राजगीर आगमन को लेकर नालंदा विश्वविद्यालय परिवार और लोगों में काफी उत्साह है। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा उद्घाटन समारोह की तैयारी जोर-शोर से की जा रही है।
खुफिया एजेंसी के अधिकारी पहुंचे नालंदाः जिला प्रशासन द्वारा प्रधानमंत्री के आगमन पर विधि व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष तैयारी की जा रही है। केंद्रीय और राज्य खुफिया एजेंसी के अधिकारी और कर्मी भी राजगीर पहुंच गए हैं। डीएम और एसपी द्वारा नालंदा विश्वविद्यालय के हेलीपैड और समारोह स्थल का मुआयना किया गया है।
जिला प्रशासन और विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा बैठक कर उद्घाटन समारोह और प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर विशेष चर्चा की गयी। प्रधानमंत्री 9:50 बजे सुबह आयेंगे और 11:40 में राजगीर से हेलिकॉप्टर के द्वारा गया होते राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे।
445 एकड़ भूखंड पर है विवि भवन का निर्माणः प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के ध्वस्त होने के करीब 800 साल बाद केन्द्र सरकार और बिहार सरकार के प्रयास से नालंदा विश्वविद्यालय को पुनः पुनर्जीवित किया गया है। 445 एकड़ भूखंड पर इसका निर्माण 2010 में मगध साम्राज्य की राजधानी राजगीर में आरंभ किया गया था।
तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी गयी थी। विश्वविद्यालय का अपना भवन वर्षों पहले से बनकर तैयार है। यह वर्षों से उद्घाटन की बांट जोह रहा है।
प्रो सुनैना सिंह के कार्यकाल में हुआ भवन का निर्माणः तात्कालीन कुलपति प्रो सुनैना सिंह के कार्यकाल में भवन का निर्माण हुआ है। उन्हीं के कार्यकाल में 2019 में नालंदा विश्वविद्यालय अपने परिसर और भवन में सभी काम करना आरंभ कर दिया है। इसका सेंट्रल लाइब्रेरी का डिजाइन देशी-विदेशी स्टूडेंट को बरबस अपनी ओर आकर्षित करता है।
शुरुआती समस्याओं से उबरने के बाद 2014 में विश्वविद्यालय में अध्ययन-अध्यापन आरंभ हुआ है। पहले बैच केवल 12 स्टूडेंट द्वारा नालंदा विश्वविद्यालय में दाखिला लिया गया था। वर्तमान समय में इस विश्वविद्यालय में 30 से अधिक देशों के विद्यार्थी अध्ययन और शोध कर रहे हैं।
नालंदा विश्वविद्यालय को भव्य प्रवेश द्वार के अलावे प्रशासनिक भवन सभी साथ स्कूलों के लिए अलग-अलग अकादमिक स्पाइन, क्लास रूम, परीक्षा केन्द्र, बहुमंजिला लाइब्रेरी, योगा सेंटर, डाइनिंग हॉल, मीटिंग हॉल, ऑडिटोरियम, अतिथिशाला, कैफेटेरिया, तालाब, सेंट्रल लाइब्रेरी, कुलपति आवास, कुलसचिव आवास, शिक्षक व शिक्षकेत्तर आवास, बॉयज एंड गर्ल्स हॉस्टल आदि भव्य भवन बनकर तैयार है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कार्यक्रम निर्धारणः
वाराणसी एयरपोर्ट से प्रस्थान- 8:30 सुबह
गया एयरपोर्ट पर आगमन- 9:15 सुबह
गया एयरपोर्ट से प्रस्थान (हेलिकॉप्टर)- 9:20 सुबह
राजगीर हेलीपैड पर आगमन- 9ः50 सुबह
हेलीपैड से कार्यक्रम स्थल के लिए प्रस्थान- 9:55 सुबह
कार्यक्रम स्थल पर आगमन- 10:00 बजे सुबह
उद्घाटन कार्यक्रम- 10:00 से 11:30 बजे पूर्वाह्न
कार्यक्रम स्थल से प्रस्थान- 11:35 बजे पूर्वाह्न
राजगीर से गया एयरपोर्ट के लिए प्रस्थान- 11:45 बजे पूर्वाह्न
गया एयरपोर्ट से दिल्ली एयरपोर्ट के लिए प्रस्थान- 12:20 अपराह्न
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