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Rajgir Venuvan Vihar: 2600 साल पुराना स्थल बना पर्यटकों के लिए एक अद्भुत गंतव्य

राजगीर वेणुवन विहार (Rajgir Venuvan Vihar) अब न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह एक पर्यटक स्थल के रूप में भी विकसित हो चुका है। आधुनिक सुविधाओं और प्राचीन इतिहास का संगम इसे एक अद्वितीय गंतव्य बनाता है। यहां हर कोई शांति और प्रकृति का आनंद ले सकता है..

2600 years old site becomes a wonderful destination for tourists
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राजगीर (नालंदा दर्पण)। बिहार के नालंदा जिले में राजगीर का वेणुवन विहार (Rajgir Venuvan Vihar) ऐतिहासिक रूप से भगवान बुद्ध के शिष्यगण के साथ ध्यान और उपदेश का प्रमुख स्थल रहा है। वह अब एक नई आभा से सज गया है। इस स्थल का विस्तार और सौंदर्यीकरण में करीब 27 करोड़ रुपये खर्च किए गए है।

सभी जानते हैं कि भगवान बुद्ध ने यहां अपने शिष्यों के साथ कई वर्षावास और चातुर्मास बिताए थे। ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण इस स्थल को वेणुवन (बांस का वन) के नाम से जाना जाता था। क्योंकि यह बांस के घने जंगलों से घिरा हुआ था। बुद्ध ने यहां ध्यान किया और अपने शिष्यों को उपदेश दिया। जिसे आज भी बौद्ध धर्म के ग्रंथों में उल्लेखित किया गया है।

वर्। 2021 में वेणुवन विहार के पुनर्निर्माण कार्य को पूरा करते हुए यहां लगभग 6000 नए बांस के पौधे लगाए गए हैं। जिससे बांस के झुरमुटों में और भी अधिक हरियाली आ गई है। बांस के इन घने जंगलों के बीच से आती ठंडी हवाएं पर्यटकों को एक अद्वितीय शांति और ताजगी का अहसास कराती हैं। इस क्षेत्र के विस्तार के बाद अब एक समय में 1000 लोग यहां आसानी से आ-जा सकते हैं।जो पहले सिर्फ 100 लोगों के लिए पर्याप्त था।

वेणुवन विहार का विस्तार तीन प्रमुख हिस्सों में किया गया है। पहले हिस्से में भगवान बुद्ध से जुड़े ऐतिहासिक स्थल और ध्यान केंद्र को पूरी तरह संरक्षित किया गया है। यहाँ भगवान बुद्ध की एक अद्भुत मूर्ति और विपश्यना केंद्र सहित अन्य धार्मिक स्थल हैं। इसके साथ कलंदक सरोवर के चारों ओर नये कदमों और रैंप का निर्माण किया गया है। जिससे यहाँ का दृश्य और भी सुंदर हो गया है।

दूसरे हिस्से में एक भव्य गार्डन व्हील का निर्माण किया गया है। जिसमें भगवान बुद्ध की विभिन्न मुद्राओं वाले दस उपदेशक स्तंभ लगाए गए हैं। यह स्तंभ बौद्ध धर्म के प्रतीक बने हुए हैं और श्रद्धालुओं को बुद्ध के उपदेशों से जोड़ते हैं।

राजगीर के इस स्थल में पर्यटकों के लिए आधुनिक सुविधाएँ भी उपलब्ध कराई गई हैं। अब यहां एक लंबा पाथवे, पार्किंग व्यवस्था और टिकट काउंटर सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके अलावा एक फ्लाईओवर भी बनवाया गया है। जिससे दोनों गार्डनों के बीच आने-जाने में आसानी हो। नाइट टूरिज़म के लिए आकर्षक लाइटिंग की व्यवस्था भी की गई है। ताकि पर्यटक दिन और रात दोनों समय इस स्थल की खूबसूरती का आनंद ले सकें।

बता दें कि 15 जनवरी 2021 को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस विस्तारित वेणुवन विहार का उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह में उन्होंने कलंदक सरोवर में तैरते हंसों और मछलियों को दाना खिलाया और इस ऐतिहासिक स्थल की नैसर्गिकता का आनंद लिया।

क्योंकि वेणुवन विहार का महत्व केवल इसके प्राकृतिक सौंदर्य में नहीं, बल्कि इसके ऐतिहासिक और धार्मिक संदर्भ में भी निहित है। 25 सौ साल पहले राजा बिंबिसार ने भगवान बुद्ध को यह स्थल भेंट किया था। यहां पर भगवान बुद्ध ने कई बार ध्यान किया और शिष्यों को ज्ञान दिया। आज भी इस स्थल पर आकर लोग ध्यान और शांति का अनुभव करते हैं।

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