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पर्यटक ध्यान दें, अब राजगीर जू और नेचर सफारी का बदल गया है टाइमिंग

राजगीर (नालंदा दर्पण)। बिहार के प्रसिद्ध राजगीर जू सफारी और नेचर सफारी के संचालन समय में बदलाव किया गया है। भीषण गर्मी और लू के प्रकोप को देखते हुए 24 अप्रैल 2025 से दोनों सफारी अब प्रातः 6:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक ही संचालित होंगी। इस संबंध में वन संरक्षक (डीएफओ) राजकुमार एम और जू सफारी के निदेशक राम सुंदर एम ने संयुक्त आदेश जारी किया है।

संयुक्त आदेश के अनुसार वर्तमान में राजगीर का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है। बिहार मौसम सेवा केंद्र के दैनिक मौसम बुलेटिन में अगले कुछ दिनों तक तापमान के 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहने और सामान्य से अधिक गर्मी की संभावना जताई गई है। दोपहर के समय लू चलने की भी चेतावनी दी गई है, जो पर्यटकों और वन्यजीवों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है।

इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए, पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी राजगीर जू सफारी और नेचर सफारी का संचालन समय सीमित करने का निर्णय लिया गया है। आदेश के अनुसार 24 अप्रैल 2025 से अगले आदेश तक दोनों सफारी सुबह 6:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक खुली रहेंगी। पर्यटकों को प्रवेश की सुविधा दोपहर 12:00 बजे तक उपलब्ध होगी।

पर्यटकों से अनुरोध किया गया है कि वे भ्रमण के दौरान गर्मी और लू से बचने के लिए आवश्यक सावधानियां बरतें। इनमें पर्याप्त पानी साथ रखना, हल्के और सूती कपड़े पहनना, टोपी या छाता का उपयोग करना और दोपहर की तेज धूप से बचना शामिल है। सफारी प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि वन्यजीवों की देखभाल के लिए उचित प्रबंध किए जाएं। ताकि गर्मी का उन पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े।

राजगीर जू सफारी और नेचर सफारी बिहार के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक हैं। यहां पर्यटक विभिन्न वन्यजीवों जैसे शेर, तेंदुआ, भालू और हिरण को उनके प्राकृतिक आवास में देख सकते हैं। नेचर सफारी में पंच पहाड़ियों के बीच हरियाली और प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव भी पर्यटकों को आकर्षित करता है। इस बदलाव से पर्यटकों को सुबह के ठंडे और सुखद समय में सफारी का आनंद लेने का अवसर मिलेगा।

डीएफओ राजकुमार एम ने कहा कि हमारी प्राथमिकता पर्यटकों और वन्यजीवों की सुरक्षा है। गर्मी के मौसम में यह निर्णय दोनों के हित में लिया गया है। हम पर्यटकों से सहयोग की अपेक्षा करते हैं और उम्मीद करते हैं कि वे इस प्राकृतिक संपदा का आनंद सुरक्षित तरीके से लेंगे।

यह बदलाव न केवल पर्यटकों की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता देता है, बल्कि राजगीर की प्राकृतिक और जैविक विविधता के संरक्षण में भी योगदान देगा। पर्यटकों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी यात्रा की योजना नए समय के अनुसार बनाएं और प्रकृति के इस अनमोल उपहार का आनंद लें।

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