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क्षेत्रीय उप शिक्षा निदेशक का अर्थी जुलूस निकाला, दी मुखाग्नि, लगाए गंभीर आरोप

बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष राजकुमार पासवान के नेतृत्व में पार्टी कार्यकत्ताओं ने क्षेत्रीय उप शिक्षा निदेशक विनय कुमार ठाकुर का अर्थी जुलूस निकाला और बिहारशरीफ नगर के अस्पताल चौक पर उस अर्थी को मुखाग्नि देकर भ्रष्टाचार समापन का संकल्प लिया।

इस मौके पर श्री पासवान ने आरोप लगाया कि जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना सुजित कुमार राउत एवं लिपिक अमित कुमार के द्वारा जिले के उत्क्रमित मध्य विद्यालय एवं मध्य विद्यालयों में तैनात स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों को प्रधानाध्यापक के पद पर विभाग के आदेश की अवहेलना कर अवैध राशि उगाही कर पदस्थापना में मनमानी किया गया है।

उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर नालंदा जिलाधिकारी से लेकर विभाग एवं चुनाव आयोग तक शिकायत किया गया, लेकिन क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक विनय कुमार ठाकुर ने मोटी रकम लेकर उनके लिपिक फनी मोहन के द्वारा इनको बचाया जा रहा है तथा इनका पदस्थापना नालंदा में किया गया। ताकि भ्रष्टाचार उजागर नहीं हो सके।

उन्होंने आरोप लगाया कि बेंच-डेस्क घोटाले में वित्तीय नियमों का अनुपालन नहीं कर 22 करोड़ की राशि वगैर निविदा के अपने अधिनस्त चयनित एजेेन्सियों को लाभ पहुँचाकर 31 मार्च 2024 के पूर्व भुगतान किया गया है। जिसमें जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार के सानिध्य अररिया कि एक एजेन्सी को भी दिया गया है। जिसमें वे खुद एवं उनका परिवार संलिप्त है। इसका मॉडल मध्य विद्यालय भैंसासुर जीता जागता उदाहरण है।

श्री पासवान ने यह भी आरोप लगाया कि संस्कृत स्कूल कामता एवं अल्पसंख्यक स्कूल चकदीन में अवैध बहाली का धंधा का खेल मोटी रकम लेकर पदाधिकारी एवं कर्मचारी द्वारा किया जा रहा है तथा जाँच के नाम पर लिपिक अमित कुमार द्वारा संचिका दबाकर रखते हुये दुरभाष पर बात किया जाता है। इसमें उक्त विद्यालय के लिपिक मो. तहसीन खालिद हैदरी, जिसकी नियुक्ति कि जन्म तिथि 20.12.1976 है तथा उनका ड्राईविंग लाईसेन्स, जो झारखण्ड राज्य के सिंहभुम जिला से निर्गत है, जिसमें जन्म तिथु 09.06.1987 अंकित है।

उन्होने आगे आरोप लगाया कि संस्कृत विद्यालय के प्रधानाध्यापक रविशंकर प्रियदर्शी के सीबीआई की गिरफ्त में रहने के बावजूद उन्हें कारावास अवधि का भी वेतन भुगतान किया गया है। जिसमें बड़े पैमाने पर तत्कालीन जिला शिक्षा अधीक्षक एवं वर्त्तमान सचिव संस्कृत शिक्षा बोर्ड अमर भूषण द्वारा संस्कृत विद्यालयों में बड़े पैमाने पर अवैध बहाली किया गया है और यहाँ के जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार, स्थापना डीपीओ सुजीत कुमार राउत एवं अमित कुमार तथा अन्य कर्मी के मेल से भुगतान का खेल नियुक्ति पूर्व 2014 से किया गया है।

श्री पासवान ने एक छः सूत्री मांग पत्र जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को भेजकर भ्रष्ट पदाधिकारियों के खिलाफ आर्थिक अपराध ईकाई से जाँच कराने की मांग की है।

इस मौके पर शैलेन्द्र पासवान, आरती रानी,  रामदेव पासवान, ब्रहमदेव, संजय, रंधीर कुमार, मंटु कुमार, सरिता कुमारी, विजेन्द्र प्रसाद, राहुल कुमार, पप्पु कुमार, भोला कुमार, राजु कुमार, अजित कुमार तथा कमलेश कुमार आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।

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