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मोबाइल गेम की लत का शिकार बेटा ही निकला मां-बाप का हत्यारा, 22 दिन बाद हुआ खुलासा

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The son who was addicted to mobile games turned out to be the murderer of his parents, the truth was revealed after 22 days
The son who was addicted to mobile games turned out to be the murderer of his parents, the truth was revealed after 22 days

 “यह हत्याकांड एक भयावह उदाहरण है कि मोबाइल जैसे उपकरण और उससे जुड़ी गलत आदतें और लतें कैसे परिवार को बर्बाद कर सकती हैं। एक बेटा ऐसी लत के चलते अपने ही माता-पिता का कातिल बन सकता है

छबिलापुर (नालंदा दर्पण)। छबिलापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत दोगी गांव में 22 दिन पहले घटित हुए जघन्य हत्याकांड ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। पुलिस ने आज मंगलवार को मामले का सनसनीखेज खुलासा करते हुए आरोपी बेटे विपिन कुमार को गिरफ्तार किया। उसने अपने माता-पिता विजय प्रसाद (54) और कांति देवी (50) की हत्या करने के बाद उनके शवों को जला दिया था।

बी.फार्मा का छात्र विपिन को मोबाइल गेम और जुआ खेलने का शौकीन था। इस लत के कारण वह अक्सर माता-पिता से पैसे मांगता रहता था। पुलिस के मुताबिक पैसों को लेकर घर में आए दिन विवाद होता था। ग्रामीणों से भी उसने लाखों रुपये उधार ले रखे थे। जिसे वह जुए में हार चुका था।

इसी बीच 18 नवंबर की सुबह विपिन ने अपने माता-पिता को सोते समय मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद उसने सबूत मिटाने के लिए शवों को जलाने की कोशिश की। पुलिस को मौके पर जली हुई लाशें मिलीं, जिनका अधिकांश हिस्सा राख हो चुका था। केवल सिर और हाथ के कुछ हिस्से ही बचे थे।

घटना के बाद विपिन ने झूठी कहानी गढ़ते हुए पुलिस को बताया था कि उसके माता-पिता की मौत बिजली का तार गिरने से हुई है। उसने यह भी दावा किया कि सुबह घर पहुंचने पर उसने शवों को जलते हुए देखा। परंतु पुलिस को मामले में संदेह हुआ और तकनीकी जांच के साथ-साथ ग्रामीणों के बयान के आधार पर सच्चाई सामने आई।

राजगीर डीएसपी सुनील कुमार सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि पूछताछ के दौरान विपिन ने अपने गुनाह को स्वीकार कर लिया। माता-पिता जुआ-सट्टे में फंसे बेटे की हरकतों का विरोध करते थे। इस वजह से घर में तनाव था। हालांकि उसने हत्या के तरीके का खुलासा नहीं किया है।

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