नालंदा दर्पण डेस्क। बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा बहाल एक अपहृत BPSC शिक्षिका की अनोखी प्रेम कहानी सामने आई है। उसके भाई ने 5 दिन पूर्व अपहरण किए जाने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी, लेकिन जब पुलिस ने पड़ताल की तो सच सामने आने पर वह खुद हैरत में पड़ गई।
दरअसल कैमूर (भभूआ) पुलिस ने लापता हुई शिक्षिका को बीते 29 अगस्त को सकुशल बरामद किया है। उक्त शिक्षिका के भाई एवं उत्तर प्रदेश के सोनारी (अहिलासपुर) निवासी इंद्रजीत यादव के पुत्र रमेश यादव ने कुदरा थाना में अपनी बीपीएससी शिक्षिका बहन अनीता यादव के अपहरण होने के संदर्भ में कांड दर्ज कराया गया था।
उसके बाद कैमूर पुलिस ने अपहृता के मोबाइल नम्बर को सर्विलांस पर लिया तो 25 अगस्त को उसका अंतिम लोकेशन बनारस पाया गया। जिसके परिजनों से पूछताछ के क्रम में पुलिस को पता चला कि अपहृता शिक्षिका अनीता यादव पहले से ही दो लड़के के सम्पर्क में थी।
दोनों लड़को से अपहृता शिक्षिका अनीता यादव उसकी बात लगातार होती थी। जिसमें पहले वाला लड़का पहले से ही उनके सम्पर्क में था। फिर दूसरे लड़के से उनकी बात शुरू हो गयी। इसी बीच दूसरे लड़के से बातचीत बंद हो गई। पुनः अपहृता शिक्षिका अनीता यादव पहले लड़के से बात करने लगी तो दूसरे लड़का ने शिक्षिका अनीता यादव को ब्लैकमेल करने लगा कि तुम उस लड़के से बात करोगी तो हम फांसी लगा लेगें।
इसी बात से अपहृता शिक्षिका अनीता यादव घबरा गयी कि वह लड़का सुसाइड न कर ले। फिर वह खुद सुसाइड करने के नियत से मोबाइल बंद कर बनारस चली गयी। लेकिन 5 दिन बाद कुदरा थाना की पुलिस द्वारा अपहृता शिक्षिका अनीता यादव को देर रात बनारस के लंका थाना क्षेत्र से (जहां वह पढ़ाई किया करती थी) सकुशल बरामद कर लिया।
उसके बाद अपहृता शिक्षिका ने पुलिस को बताया कि उसका किसी ने अपहरण नहीं किया था, बल्कि वह अपने मर्जी से घुमने के लिए निकली थी। फिलहाल कुदरा थाना पुलिस ने शिक्षिका को BNSS की धारा 183 के तहत न्यायालय में ब्यान दर्ज कराया है और मामले के अन्य पहलु की पड़ताल में जुट गई है।
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