बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा डीएम (जिला पदाधिकारी) शशांक शुभंकर ने कार्य में लापरवाही और कर्तव्यहीनता के मामलों को गंभीरता से लेते हुए जिले के कई अंचल कार्यालयों के लिपिकों और राजस्व कर्मचारियों पर सख्त दंडात्मक कार्रवाई की है। यह कदम जिले के परवलपुर, हिलसा, करायपरशुराय समेत अन्य अंचल कार्यालयों में राजस्व कार्य में बरती जा रही लापरवाही को देखते हुए उठाया गया है।
परवलपुर अंचल कार्यालय की लिपिक सुनीता कुमारी को अतिक्रमण वाद को समय पर पीठासीन अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत न करने पर तीन वर्षों तक प्रोन्नति रोकने का दंड दिया गया है। इसी प्रकार वर्तमान में सिलाव अंचल में कार्यरत विकास कुमार (पूर्व में परवलपुर अंचल में पदास्थापित) को भी इसी लापरवाही के लिए तीन साल की प्रोन्नति रोकने का दंड मिला है।
हिलसा अनुमंडल कार्यालय के लिपिक आनंद कुमार पर बिना अनुमति के कार्यालय से अनुपस्थित रहने और चल-अचल संपत्ति का विवरणी न जमा करने जैसे आरोपों के चलते उन्हें भी तीन साल तक प्रोन्नति से वंचित रखा गया है।
इसके अलावा राजस्व कर्मचारी संजीव कुमार सिन्हा पर भी बिना दस्तावेजी और भौतिक सत्यापन के सुधार की अनुशंसा करने के आरोप में एक वेतन वृद्धि रोकने का दंड लगाया गया है। वहीं राजस्व कर्मचारी मो. काएद आजम और वीरेश कुमार चौधरी पर बिहार भूमि दाखिल-खारिज अधिनियम 2011 के प्रावधानों के उल्लंघन के आरोप में प्रपत्र-‘क’ गठित किया गया है।
जिला प्रशासन ने यह साफ कर दिया है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही या अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और सभी अधिकारी और कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से निभाने के लिए बाध्य हैं।
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