नालंदा दर्पण डेस्क। मुख्यमंत्री बालिका स्नातक प्रोत्साहन योजना के तहत बिहार के 25 हजार स्नातक पास छात्राओं के खाते में 50-50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि डाल दी गई हैं। इस योजना का उद्देश्य लड़कियों की उच्च शिक्षा को प्रोत्साहित करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करना हैं। योजना के तहत कुल 125 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई थी। जिसका उपयोग छात्राओं को प्रोत्साहन राशि प्रदान करने में किया गया है।
बिहार शिक्षा विभाग ने कुछ दिन पहले ही इस राशि को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया शुरू की थी और यह योजना अब सफलतापूर्वक लागू की जा रही हैं। इसके पहले विभाग ने 40 हजार बालिकाओं के खाते में भी प्रोत्साहन राशि हस्तांतरित की थी। हालांकि अब भी लगभग एक लाख छात्राएं इस प्रोत्साहन राशि का इंतजार कर रही हैं। जिनके खाते में तकनीकी कारणों से अब तक राशि जमा नहीं हो पाई हैं।
जानकारी के अनुसार 25 अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2021 तक स्नातक पास छात्राओं को 25-25 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती थी। लेकिन बिहार सरकार ने इस योजना के तहत छात्राओं को मिलने वाली राशि को बढ़ाकर 50-50 हजार रुपये कर दिया हैं, जिससे अधिक छात्राओं को आर्थिक सहायता मिल सके।
बिहार सरकार द्वारा संचालित यह मुख्यमंत्री बालिका स्नातक प्रोत्साहन योजना लड़कियों की शिक्षा के महत्व को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हैं। इस योजना के तहत दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि से न केवल छात्राओं की उच्च शिक्षा में सहायता होगी, बल्कि यह उन्हें आत्मनिर्भर बनने और करियर बनाने के लिए भी प्रेरित करेगी।
योजना का लाभ प्राप्त करने वाली छात्राओं के लिए यह एक बड़ी मदद हैं, क्योंकि उच्च शिक्षा की दिशा में यह वित्तीय सहायता उन्हें अपनी पढ़ाई जारी रखने में मदद करेगी। हालांकि अभी भी एक लाख से अधिक बालिकाएं इस सहायता राशि का इंतजार कर रही हैं। उन्हें तकनीकी कारणों से अब तक इसका लाभ नहीं मिल पाया हैं। विभाग जल्द ही इन बालिकाओं के खातों में भी प्रोत्साहन राशि हस्तांतरित करने की प्रक्रिया पूरी करेगा।
बिहार सरकार द्वारा संचालित यह योजना राज्य में महिलाओं की शिक्षा और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हैं। सरकार इस योजना के तहत सभी योग्य छात्राओं को जल्द से जल्द सहायता राशि प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि वे अपनी उच्च शिक्षा को जारी रख सकें और भविष्य में अपने सपनों को साकार कर सकें।
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