“वर्तमान कार्यपालक पदाधिकारी का नगर क्षेत्र के विकास से कोई लेना-देना नहीं है, उन्हें अविलंब हटाया जाना चाहिए। जिस उद्देश्य से नगर पंचायत नालन्दा के लोगों ने चुना है, यदि वह उद्देश्य ही पूरा नहीं होगा तो ऐसे में कुर्सी पर काबिज रहने का कोई अर्थ नहीं है…
बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा नगर पंचायत के अध्यक्ष और कार्यपालक पदाधिकारी की मनमानी से नाराज यहां के सभी वार्ड पार्षद अपना सामूहिक इस्तीफा देंगे। इसकी रणनीति बनाने के लिए विक्षुब्ध गुट के पार्षदों ने शनिवार को बैठक की।
पार्षद पंकज कुमार के अनुसार नगर पंचायत में विकास का काम ठप है। तेजी से जल स्तर नीचे जाने के कारण चालाकल बेकार हो चुका है। वार्ड नंबर दो महादलित टोला में पानी का हाहाकार मचा हुआ है। लोग पानी के लिए दूसरे गांव जा रहे हैं। नल-जल योजना के लिए इस टोला में लगी एकमात्र बोरिंग पर कुछ दबंगों ने जबरन घेराबंदी शुरू कर दी है।
वार्ड संख्या-1 की सोहागे देवी, वार्ड संख्या-2 की चंचला देवी, वार्ड संख्या- 3 के पंकज कुमार, वार्ड संख्या-5 के देवानंद कुमार, वार्ड संख्या-7 की फुलवंती देवी, वार्ड संख्या-9 के रूदल पासवान, वार्ड संख्या-12 की श्याम सुंदरी देवी, वार्ड संख्या-13 के प्रवीण कुमार, वार्ड संख्या-14 की मंजू देवी, वार्ड संख्या-15 के सुरेश चौधरी का कहना है कि सोमवार को नालंदा नगर पंचायत के सभी 17 वार्ड पार्षदों ने अपना इस्तीफा सौंपने का निर्णय लिया है।
उन्होंने बताया कि सभी पार्षदों के इस्तीफा सौंपने की लिखित सूचना वार्ड पार्षद चंचला देवी ने नगर पंचायत कार्यालय को दी है। लेकिन, अब तक कोई पहल नहीं की गयी है। इस संबंध में पहले भी आवेदन दिया गया था। उस समय कुछ दिनों के लिए टैंकर से पेयजल उपलब्ध कराया गया था। नए प्रभारी कार्यपालक ने पद संभालते ही उसे बंद कर दिया। मोटर खराब होने पर पार्षदों को बनाने के लिए कहा जाता है। कुछ ने बनवाया। लेकिन मजदूरी का आजतक भुगतान नहीं हुआ।
उन्होंने बताया कि नगर पंचायत की राशि को बड़गांव मेला तथा कुंडलपुर महोत्सव में खर्च कर दिया गया। जनप्रति निधियों की मांग पर विचार नहीं किया जा रहा है। मुख्य पार्षद तथा कार्यपालक पदाधिकारी की मिलीभगत से पार्षदों को तंग किया जा रहा है। इससे वार्ड पार्षदों में काफी आक्रोश है।
वहीं, नगर अध्यक्ष आलोधनी देवी ने प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा नगर क्षेत्र के विकास में कोताही बरतने का आरोप लगाया और कहा कि जबसे वर्तमान कार्यपालक पदाधिकारी शम्स रजा ने नालन्दा नगर पंचायत का अतिरिक्त प्रभार संभाला है, तबसे नगर में विकास पूर्ण रूप से बाधित हो गया है। जिसके चलते नगर क्षेत्र में आम लोगों को उनकी बुनियादी सुविधाओं को भी पूरा नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में पेयजल की समस्या पूरे नगर पंचायत क्षेत्र में व्याप्त है। इससे आमलोगों में भी काफी आक्रोश फैल रहा है। किसी भी प्रकार की विकास की योजनाओं को क्रियान्वयन में रुचि नहीं ले रहे हैं। ऐसे में आमलोगों की आकांक्षाओं को पूरा नहीं होने से जनप्रतिनिधियों से आमलोगों का विश्वास उठ रहा है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान कार्यपालक पदाधिकारी का नगर क्षेत्र के विकास से कोई लेना-देना नहीं है, उन्हें अविलंब हटाया जाना चाहिए। जिस उद्देश्य से नगर पंचायत नालन्दा के लोगों ने चुना है, यदि वह उद्देश्य ही पूरा नहीं होगा तो ऐसे में कुर्सी पर काबिज रहने का कोई अर्थ नहीं है। कुछ वार्ड पार्षद भी राजनीतिक भावना से प्रेरित होकर उन्हें बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं।
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