दुर्गा मंदिर में सेंधः मुकुट, नथिया, कमरधनी और टीका सब उड़ा ले गए चोर

बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहारशरीफ नगर के सिपाही मोहल्ला में स्थित 20 साल पुराने दुर्गा मंदिर में चोरों ने एक बार फिर सेंधमारी की है। यह मंदिर दीपनगर थाना से महज कुछ कदम की दूरी पर अवस्थित है। चोरी की घटना की सूचना मिलते ही मंदिर परिसर में स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई। इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है और पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।
मंदिर के पुजारी पप्पू पांडे ने बताया कि उन्हें मोहल्ले के लोगों से सुबह सूचना मिली कि मंदिर के मुख्य गेट का ताला टूटा हुआ है। जब उन्होंने मंदिर का निरीक्षण किया तो पाया कि मां दुर्गा को चढ़ाए गए श्रृंगार गायबथे। जिसमें चांदी का मुकुट, नथिया, कमरधनी और टीका शामिल हैं। इसके साथ ही मंदिर की दान पेटी भी चोरों ने उड़ा दी।
पुजारी के अनुसार चोरों ने संभवतः पहिया खोलने वाले रिंच का उपयोग कर ताला तोड़ा और शीशे के अंदर विराजमान मां के शृंगार को चुरा लिया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह पहली बार नहीं है, जब मंदिर में चोरी की घटना हुई है। कुछ वर्षों पहले भी मंदिर में चोरी हुई थी, जब मंदिर में ताला नहीं लगाया जाता था। मोहल्ले के आसपास असामाजिक तत्वों का जमावड़ा अक्सर देखा जाता है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि कुछ किशोर ब्राउन शुगर और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं। जिन्हें घर से पैसे नहीं मिलते, वे नशे की लत पूरी करने के लिए इस तरह की चोरियों को अंजाम देते हैं।
मोहल्ले के लोगों ने पुलिस की रात्रि गश्ती पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि पुलिस गश्ती में लापरवाही बरतती है, जिसके कारण चोरों के हौसले बुलंद हैं। कुछ महीने पहले ही सिपाही मोहल्ले के पास चकरसलपुर में बने नवनिर्मित हनुमान मंदिर में भी ताला तोड़कर दान पेटी की राशि चुराई गई थी।
लोगों का कहना है कि पुलिस की निष्क्रियता के कारण ही इस तरह की घटनाएं बार-बार हो रही हैं।
इस मामले में दीपनगर थानाध्यक्ष जितेंद्र राम का कहना है कि चोरी की सूचना मिलते ही गश्ती वाहन को मौके पर भेजा गया। पुलिस ने तुरंत जांच शुरू कर दी है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है। जल्द ही मामले का खुलासा कर लिया जाएगा और दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
बहरहाल, इसस घटना के बाद स्थानीय श्रद्धालुओं में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। मंदिर में चोरी की घटना को लोग न केवल धार्मिक भावनाओं पर हमला मान रहे हैं, बल्कि इसे पुलिस प्रशासन की नाकामी के रूप में भी देख रहे हैं। लोगों की नजर अब पुलिस की कार्रवाई पर टिकी है कि पुलिस इस मामले का जल्द खुलासा कर पाएगी या यह घटना भी अनसुलझी रह जाएगी?
बिहारशरीफ से नालंदा दर्पण के लिए विशेष संवाददाता की रिपोर्ट।









