चंडी (नालंदा दर्पण)। कहते हैं कि प्रतिभा किसी का मोहताज नहीं होता है। एकलव्य कब्बड्डी संस्थान सीतामढ़ी में चंडी प्रखंड के रूखाई नवादा निवासी पत्रकार विनयभूषण पांडेय के पुत्र प्रदुम्न का चयन 2016 में हुआ था।
जूनियर वर्ग में अपने शारीरिक सौष्ठव एवं खेल के प्रति लगन ,परिश्रम के बूते जिला स्तरीय,राज्य स्तरीय कबड्डी में स्थान बनाया।
प्रशिक्षक त्रिपुरारी ठाकुर के कुशल प्रशिक्षण से प्रदुम्न के खेल में निरंतर निखार आता गया। दिसम्बर,2021 में राष्ट्रीय कबड्डी प्रतियोगिता में बिहार कब्बड्डी टीम से खेलने का अवसर मिला।
17 दिसम्बर से 19 दिसंबर तक यह स्पर्धा चंडीगढ़ में आयोजित किया गया। पंजाब विश्वविद्यालय की ओर से 15 सीनियर सर्कल स्टाइल नेशनल कबड्डी का आयोजन किया गया।
इस आयोजन में देश के कुल 18 राज्यों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।पहला मैच बिहार और चंडीगढ़ के बीच खेला गया।
प्रदुम्न ने नालंदा दर्पण को बताया कि बिहार में कब्बड्डी का स्क्वायर पद्धति का प्रशिक्षण दिया गया था।जबकि राष्ट्रीय स्तर पर सर्किल पद्धति में खेल का आयोजन था। साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर अधिक वय के खिलाड़ी शिरकत करते दिखें।
उन्होंने पाटलिपुत्र कब्बड्डी एसोसिएशन के अध्यक्ष कुमार विजय सिंह के प्रति आभार प्रकट किया जिन्होंने राष्ट्रीय फलक पर उभरने का मौका दिया।
प्रदुम्न के पिता विनय भूषण पांडेय एक समाचार पत्र में क्षेत्रीय संवाददाता है, जबकि मां सुधा देवी गृहणी हैं। इनके बड़े भाई यूपी में स्टेशन मास्टर पद पर कार्यरत हैं।
पिता विनय भूषण पांडेय ने अपने पुत्र की इस उपलब्धि पर गर्व करते हुए कहा उन्हें खुशी है कि वह अपने लक्ष्य में कामयाब हो रहा है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ लोग अपने बाल बच्चों को डॉक्टर-इंजीनियर बनाने का ख्वाब देखते हैं, लेकिन उन्होंने अपने पुत्रों को छुट दे रखी थी कि वे अपनी मर्जी से कैरियर का चुनाव करें।