चंडी (नालंदा दर्पण)। चंडी मुहाने पुल के पास स्थित डॉ भीमराव अंबेडकर और सरदार वल्लभ भाई पटेल पार्क के सौंदर्यीकरण में आ रही बाधा का पटाक्षेप हो गया।
शुक्रवार को नालंदा जिलाधिकारी के निर्देश पर हिलसा एसडीओ और चंडी अंचलाधिकारी की उपस्थिति में दोनों पक्षों की सुनवाई में इस बात पर सहमति बनी कि दोनों महापुरुषों के पार्क स्थल पर जमीन दाता का नेम प्लेट भी लगाया जाएं।
प्रथम पक्ष ने इस बात पर सहमति दे दी। जिसके बाद पार्क की जमीन पर द्वितीय पक्ष ने अपना दावा वापस ले लिया।
स्थानीय मुहाने पुल पर डॉ भीमराव अंबेडकर और सरदार वल्लभ भाई पटेल का स्मारक का निर्माण पांच साल पहले किया गया था। उक्त स्थल पर पार्क का निर्माण भी किया गया है।
फिलहाल यहां सांसद निधि से इस पार्क का सौंदर्यीकरण होना है। सौंदर्यीकरण का काम शुरू हो चुका था।
इसी बीच उर्मिला देवी ने खाता संख्या 117 खसरा 560 पर पांच डिसमिल जमीन रैयती का दावा कर दी। वैसे यह मामला पहले से ही चल रहा था। लेकिन यह विवाद सौंदर्यीकरण के दौरान और बढ़ गया। द्वितीय पक्ष ने काम रूकवा भी दिया।
इसके बाद प्रथम पक्ष के ओंकार कुमार ने इस मामले को लेकर जिलाधिकारी को एक आवेदन सौंपा। जिसके आलोक में एसडीओ ने दोनों पक्षों को बुलाकर उनकी राय जानी।
द्वितीय पक्ष के उर्मिला देवी ने अपने ससुर नंदकिशोर दास की नेम प्लेट पार्क में लगाने की मांग की, जिसे स्वेच्छा से दोनों पक्षों ने स्वीकार कर लिया।
इसके बाद उर्मिला देवी ने रैयती भूमि खाता संख्या 117खसरा 560 पर अपने दावे को वापस ले ली।
फिलहाल इस विवाद के पटाक्षेप के बाद डॉ भीमराव अंबेडकर-सरदार पटेल स्मारक स्थल पर पार्क के सौंदर्यीकरण की राह आसान हो गई है।
इस मौके पर सुखदेव प्रसाद, अरूण कुमार, योगेन्द्र यादव, अर्जुन यादव तथा द्वितीय पक्ष से उर्मिला देवी, जयकांत शरण उपस्थित थे।