हरनौत (नालंदा दर्पण)। बिहार में नियोजित शिक्षकों की समक्षता परीक्षा होने से पहले ही कई गुरुजी की चोरी पकड़ी जा रही है। हरनौत के सात शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा के एडमिट कार्ड पर शिक्षा विभाग ने रोक लगा दी है।
बीईओ सुरेन्द्र कुमार सिन्हा ने बताया कि एक ही टीईटी व सीटेट प्रमाण-पत्र दो शिक्षकों के अलग-अलग जिले में नौकरी करने का मामला सामने आया है। हालांकि, अभी जांच होनी बाकी है कि किनका प्रमाण-पत्र गलत हैं। वर्षों से विद्यालय में पढ़ाने वाले गुरुजी की सक्षमता परीक्षा के बहाने प्रमाण पत्रों की सघन जांच हो रही है। जबकि, निगरानी विभाग कई साल से जांच कर रही है।
बीईओ के अनुसार एक ही प्रमाण पत्र पर हरनौत के मध्य विद्यालय तीरा की शिक्षिका कुमारी रचना व नवादा जिला की एक शिक्षिका नौकरी कर रही है।
इसी तरह प्राथमिक विद्यालय, शाहपुर की प्रेमलता कुमारी व हिलसा और जहानाबाद की शिक्षिका का प्रमाण पत्र एक है।
प्राथमिक विद्यालय, तिसकुरबा की श्वेता कुमारी और पटना की शिक्षिका, मध्य विद्यालय खरुआरा की पूनम कुमारी व जहानाबाद और बेगूसराय की शिक्षिका तीनों एक ही प्रमाण-पत्र पर तैनात है।
उत्क्रमित मध्य विद्यालय, संदलपुर के सदानंद सिंह व अरवल के शिक्षक, प्राथमिक विद्यालय किचनी के मोनी कुमारी और चंडी प्रखंड के मंशापुर की शिक्षिका का प्रमाण पत्र एक है। मध्य विद्यालय हरनौत की सुमन कुमारी और अररिया की शिक्षिका एक ही प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रही है।
शिक्षा विभाग द्वारा उपरोक्त नियोजित शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा के एडमिट कार्ड पर रोक लगा दिया है। इसमें कई शिक्षक फर्जी प्रमाण-पत्र पर नौकरी करने का मामला सच साबित हो सकता है।
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