Home कारोबार जीविका दीदियों ने पुलिस-प्रशासन के सहयोग से शराबबंदी के खिलाफ अभियान छेड़ा

जीविका दीदियों ने पुलिस-प्रशासन के सहयोग से शराबबंदी के खिलाफ अभियान छेड़ा

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Jeevika sisters launched a campaign against liquor ban with the support of police-administration
Jeevika sisters launched a campaign against liquor ban with the support of police-administration

यह अभियान एक उदाहरण है कि सामुदायिक संगठनों और प्रशासन के सहयोग से समाज में बड़े बदलाव लाए जा सकते हैं। जीविका दीदियों का यह साहसिक कदम अन्य क्षेत्रों में भी प्रेरणा का स्रोत बन सकता है

नगरनौसा (नालंदा दर्पण)। बिहार में शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने की दिशा में जीविका दीदियों ने पुलिस और प्रशासन के साथ मिलकर एक बड़ा कदम उठाया है। जिसकी हर तरफ तारीफ हो रही है।

दरअसल नगरनौसा प्रखंड अंतर्गत पेठियापर मुसहरी क्षेत्र में शराब के अवैध कारोबार के खिलाफ सैकड़ों जीविका दीदियों ने अभियान चलाया। इस तलाशी अभियान में भारी मात्रा में देशी शराब, शराब बनाने की सामग्री जब्त की गई और उसे नष्ट कर दिया गया।

जीविका दीदियों को शिकायतें मिल रही थीं कि पेठियापर मुसहरी में कुछ लोग बड़ी मात्रा में अवैध शराब का निर्माण और बिक्री कर रहे हैं। यह कारोबार न केवल परिवारों को तोड़ रहा था। बल्कि झगड़े और हिंसा का भी कारण बन रहा था।

इस स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बीपीएम (जीविका) अजय कुमार की अगुवाई में एक बैठक हुई। जिसमें पुलिस और प्रशासन के साथ मिलकर अभियान चलाने का निर्णय लिया गया।

इस सघन तलाशी अभियान में उत्सव जीविका महिला संकुल संघ और मुस्कान जीविका महिला संकुल संघ की लगभग 125 जीविका दीदियों ने भाग लिया। थानाध्यक्ष पंकज कुमार और प्रखंड प्रशासन की टीम के सहयोग से गांव में शराब निर्माण और बिक्री के ठिकानों पर छापेमारी की गई।

इस दौरान लगभग 50 लीटर देशी शराब बरामद की गई। करीब 1,000 लीटर शराब बनाने के लिए तैयार ‘छोवा’ नष्ट किया गया। जिन घरों से शराब बरामद हुई। उनके खिलाफ नए उत्पाद अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।

इस अभियान में वीणा देवी, सरिता देवी और अन्य जीविका दीदियों ने सक्रिय भूमिका निभाई। क्षेत्रीय समन्वयक राजीव रंजन, सामुदायिक समन्वयक बबिता कुमारी और कुमारी निरुपम सिन्हा ने इस अभियान को सफल बनाने में अहम योगदान दिया।

बीपीएम अजय कुमार ने बताया कि जीविका के सामुदायिक संगठनों ने शराबबंदी के लिए लगातार प्रयास किए हैं। जागरूकता रैलियां और अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को शिक्षित किया गया है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी महिलाओं के लिए जरूरी है। क्योंकि इसके कारण सबसे ज्यादा अत्याचार उन्हीं पर होते हैं।

थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि जब्त शराब और सामग्री को नष्ट कर दिया गया है। शराब निर्माण में लिप्त लोगों पर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

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