बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिला पदाधिकारी शशांक शुभंकर ने पीड़ित व्यक्ति की शिकायत पर प्रथम दृष्टया सत्य पाते हुए जिला सामान्य शाखा के एक लिपिक को सस्पेंड कर दिया है और उसके खिलाफ उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में एक एक जांच टीम का गठन किया है।
बताया जाता है कि जिलाधिकारी ने यह कार्रवाई नालंदा जिले के मानपुर थाना अंतर्गत मकदुमपुर गाव निवासी विकास कुमार पासवान की शिकायत पर किया है। जिला सामान्य शाखा में कार्यरत निम्न वर्गीय लिपिक पंकज कुमार पर आरोप है कि चौकीदार के पद पर नियुक्ति कराने के लिए उनसे तीस हजार रूपए रिश्वत ली है।
जिलाधिकारी ने उक्त आरोप को गंभीर प्रकृति और आवेदक द्वारा दिये गये दस्तावेजों से प्रथम दृष्टया सत्य प्रतीत माना है। इसीलिए उक्त आरोप की जांच हेतु उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में एक जिला निगरानी धावा दल को प्राधिकृत किया है।
उक्त अवधि में जांच प्रभावित न हो एवं आरोप की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने लिपिक पंकज कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में लिपिक का मुख्यालय प्रखण्ड कार्यालय नूरसराय निर्धारित किया गया है। वहीं निलंबित लिपिक को नियमानुसार जीवन यापन भत्ता निर्धारित मुख्यालय से प्राप्त उपस्थिति विवरणी के आधार पर देय होगा।
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