बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिले में पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक संयुक्त ऑपरेशन में हथियार तस्करी और भू-माफिया के खतरनाक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पांच कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई में गिरोह के सरगना किशन सिंह और उसके प्रमुख सहयोगी अरविंद कुमार सिंह सहित तीन अन्य हिस्ट्रीशीटर अपराधी शामिल हैं। ऑपरेशन के दौरान भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और एक बुलेटप्रूफ कार बरामद की गई है।
सदर एसडीपीओ-2 संजय कुमार जायसवाल ने बताया कि 1 अप्रैल, 2025 की दोपहर एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि एक काले रंग की बुलेटप्रूफ फोर्ड एंडेवर गाड़ी में सवार हथियार तस्कर और भू-माफिया हरनौत बाजार से बिहारशरीफ की ओर जा रहे हैं। सूचना के आधार पर तुरंत वरीय अधिकारियों को सूचित किया गया और चेरो, वेना और कल्याण बिगहा थानों को अलर्ट जारी किया गया। इसके बाद नालंदा पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने ऑपरेशन शुरू किया।
टीम ने संदिग्ध वाहन का पीछा शुरू किया और सरथा गांव के पास पहुंचते ही अपराधियों ने पुलिस पर हमला बोल दिया। संदिग्धों ने एसटीएफ की गाड़ी पर टक्कर मारी और फायरिंग शुरू कर दी। इस हमले में एसटीएफ की गाड़ी सड़क किनारे गड्ढे में चली गई। जबकि अपराधियों की बुलेटप्रूफ कार असंतुलित होकर पलट गई। वाहन से निकलते ही अपराधियों ने पुलिस पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं। जवाबी कार्रवाई में एसटीएफ ने आत्मरक्षा में फायरिंग की और घेराबंदी कर मुख्य आरोपी किशन कुमार को गिरफ्तार कर लिया।
किशन कुमार के पास से एक 9 एमएम ग्लोक पिस्टल, दो लोडेड मैगजीन और 22 जिंदा गोलियां बरामद हुईं। पूछताछ में उसने बताया कि ये हथियार उसने हरनौत के संगठित भू-माफिया अरविंद कुमार सिंह से खरीदे थे। दोनों मिलकर जमीन के सौदों में हथियारों का इस्तेमाल करते थे। इस खुलासे के बाद पुलिस ने अरविंद कुमार सिंह के ठिकाने पर छापेमारी की, जहां से 0.315 बोर का राइफल, 132 जिंदा कारतूस, 0.32 बोर का रिवॉल्वर, 64 जिंदा कारतूस और 750 मिलीलीटर अंग्रेजी शराब बरामद हुई।
इस कार्रवाई में अरविंद कुमार सिंह, उसके बेटे रवि सिंह, मुन्ना कुमार, कुंदन कुमार और किशन कुमार को गिरफ्तार किया गया। बुलेटप्रूफ फोर्ड एंडेवर कार कुख्यात अपराधी कुंदन सिंह की थी, जिसे उसने 30 लाख रुपये में खरीदा था और पुणे में 15 लाख रुपये खर्च कर बुलेटप्रूफ बनवाया था। सभी गिरफ्तार अपराधियों के खिलाफ हरनौत थाने में अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं।
इस कार्रवाई में डीएसपी संजय कुमार जायसवाल, नूरसराय सर्किल इंस्पेक्टर रमाशंकर सिंह, हरनौत थाना अध्यक्ष अमरदीप कुमार, चेरो थाना अध्यक्ष विकेश कुमार, वेना थाना अध्यक्ष मनोज कुमार, कल्याण बिगहा थाना अध्यक्ष सुषमा कुमारी और एसटीएफ की टीम शामिल रही।
किशन कुमार पर नालंदा के विभिन्न थानों में आर्म्स एक्ट सहित तीन मामले दर्ज हैं। जबकि अरविंद कुमार सिंह पर आधा दर्जन से अधिक अपराधिक मामले हैं। सभी गिरफ्तार अपराधी हत्या, रंगदारी और संगठित अपराधों में संलिप्त रहे हैं।
अरविंद सिंह का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जो 6 फरवरी 2025 का है। इसमें सड़क निर्माण में बाधा डालने और 5 लाख रुपये की रंगदारी मांगने का आरोप उस पर लगा था। चंडी-हरनौत एनएच-30ए के सैदपुर तक सड़क निर्माण के दौरान यह घटना हुई थी। जिसके बाद चंडी थाने में मामला दर्ज किया गया था। हरनौत थानाध्यक्ष ने बताया कि वीडियो के आधार पर शस्त्र लाइसेंस रद्द करने के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखा गया था।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह गिरोह लंबे समय से हथियार तस्करी और भू-माफिया गतिविधियों में सक्रिय था। मामले की गहन जांच जारी है और अन्य संदिग्धों की तलाश की जा रही है। यह कार्रवाई नालंदा में संगठित अपराध के खिलाफ एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
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