हिलसा (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिले के हिलसा अनुमंडल के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र कुमार सिंह की निरीक्षण के दौरान कई अस्पतालों में 6 डॉक्टर और 8 स्वास्थ्यकर्मी अपनी ड्यूटी से गायब पाए गए हैं।
विभिन्न प्रखंड के अस्पतालों में जब जांच की गई तो सिविल सर्जन को यह जानकारी मिली कि छह डॉक्टर और आठ स्वास्थ्यकर्मी ड्यूटी पर नहीं थे। वाजितपुर अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर की अनुपस्थिति में दो एएनएम (गायत्री कुमारी और प्रेमलता कुमारी) रोगियों का इलाज कर रही थीं।
इस स्वास्थ्य केंद्र में इलाज का सही रिकॉर्ड उपलब्ध रजिस्टर में दर्ज नहीं किया गया था, बल्कि सादे कागज पर नोट किया गया था, ताकि डॉक्टर के वापस आने पर वे बैक डेट में हस्ताक्षर कर सकें।
सिविल सर्जन ने दोनों एएनएम से स्पष्टीकरण मांगते हुए उनका वेतन स्थगित कर दिया है, जब तक कि संतोषजनक उत्तर नहीं मिल जाता। अन्य अस्पतालों में भी कई डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी गायब पाए गए, जिनमें हिलसा पीएचसी में डॉ. भारती कुमारी और अन्य कर्मी शामिल हैं।
वहीं करायपरशुराय प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में डॉ. धम्म ज्योतिबाला और डॉ. प्रभात रंजन शामिल हैं। नगरनौसा प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में भी डॉ. रोहित कुमार और डॉ. अल्का राम अनुपस्थित पाए गए।
इस प्रकार स्वास्थ्य सेवाओं में की लापरवाही से स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है, और प्रशासन द्वारा सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है।
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