अब 10 जुलाई तक बंद रहेगा राजगीर रोपवे, जाने बड़ी वजह

राजगीर (नालंदा दर्पण)। बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक राजगीर का प्रसिद्ध केविन आकाशीय रज्जू पथ (रोपवे) आगामी 5 जुलाई से 10 जुलाई 2025 तक मेंटेनेंस कार्य के कारण अस्थायी रूप से बंद रहेगा।
यह जानकारी रोपवे प्रबंधक दीपक कुमार ने दी और बताया कि पर्यटकों और स्थानीय लोगों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए यह कदम उठाया गया है।
रोपवे प्रबंधक दीपक कुमार के अनुसार इस अवधि के दौरान रोपवे की रस्सियों को बदला जाएगा और गैर-विनाशकारी परीक्षण (एनडीटी) जैसे महत्वपूर्ण सुरक्षात्मक कार्य किए जाएंगे। इन कार्यों का उद्देश्य भविष्य में किसी भी प्रकार की दुर्घटना को रोकना और रोपवे के संचालन को और अधिक सुरक्षित बनाना है।
उन्होंने कहा कि हम पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर कोई जोखिम नहीं लेना चाहते। यह मेंटेनेंस कार्य रोपवे की दीर्घकालिक विश्वसनीयता और संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है।
बता दें कि राजगीर का रोपवे न केवल एक परिवहन साधन है, बल्कि पर्यटकों के लिए एक रोमांचकारी अनुभव भी है। यह रोपवे प्रतिदिन हजारों पर्यटकों को रत्नागिरी पर्वत की चोटी पर स्थित विश्व शांति स्तूप तक ले जाता है, जो एक प्रमुख बौद्ध तीर्थ स्थल है। हाल के वर्षों में रोपवे की क्षमता और सुविधाओं में उल्लेखनीय वृद्धि की गई है, जिसके परिणामस्वरूप पर्यटकों की संख्या में लगातार इजाफा हुआ है।
रोपवे की सवारी के दौरान पर्यटक न केवल विश्व शांति स्तूप के दर्शन करते हैं, बल्कि नीचे फैले हरी-भरी घाटियों और राजगीर की प्राकृतिक सुंदरता का मनोरम दृश्य भी देखते हैं। यह अनुभव पर्यटकों को रोमांच और शांति का एक अनूठा संगम प्रदान करता है। रोपवे की सवारी के दौरान प्रकृति का यह दृश्य इतना मनमोहक होता है कि यह यात्रा जीवन भर के लिए यादगार बन जाती है।
रोपवे प्रबंधन ने आश्वासन दिया है कि मेंटेनेंस कार्य पूर्ण होने के बाद 11 जुलाई 2025 से रोपवे पुनः पर्यटकों की सेवा में उपलब्ध होगा। प्रबंधक ने पर्यटकों से इस अवधि के दौरान होने वाली असुविधा के लिए खेद व्यक्त किया और आग्रह किया कि वे इस आवश्यक कार्य के महत्व को समझें।
पर्यटकों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी यात्रा की योजना बनाते समय इस बंद की अवधि को ध्यान में रखें। अधिक जानकारी के लिए आप राजगीर रोपवे के आधिकारिक कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।