बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण रिपोर्टर)। मध्य पूर्व भारतीय रेलवे ने गर्मी की छुट्टियों में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और यात्रियों की सुविधा के लिए एक नई पहल की है। डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती के अवसर पर 14 अप्रैल 2025 को राजगीर से एक समर स्पेशल रेलगाड़ी शुरू की गई।
यह रेलगाड़ी देश के चार प्रमुख धार्मिक स्थलों राजगीर, वाराणसी, अयोध्या और वैष्णो देवी को जोड़ेगी। जिससे श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए यात्रा न केवल सुगम होगी, बल्कि धार्मिक स्थलों का भ्रमण भी सरल और सुलभ होगा। धार्मिक दृष्टिकोण से राजगीर न केवल भगवान बुद्ध और महावीर से जुड़ा है, बल्कि यह पांच धर्मों का संगम भी है।
मगध की प्राचीन राजधानी होने के कारण यह शहर हर साल लाखों तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को आकर्षित करता है। इस समर स्पेशल रेलगाड़ी की शुरुआत से राजगीर से वाराणसी, अयोध्या और वैष्णो देवी की यात्रा और भी आसान हो गई है।
यह समर स्पेशल रेलगाड़ी राजगीर से शुरू होकर वाराणसी, अयोध्या और अंत में जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध वैष्णो देवी मंदिर के निकट एमसीटीएम उधमपुर तक जाएगी। पहले इस रेलगाड़ी को वैष्णो देवी कटरा तक चलाने की योजना थी। लेकिन समय सारिणी में संशोधन के बाद इसे उधमपुर तक सीमित किया गया।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार इस रेलगाड़ी में यात्रियों की सुविधा के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं उपलब्ध हैं। जिनमें शुद्ध पेयजल, स्वच्छ शौचालय, आरामदायक सीटें और सुरक्षित यात्रा का प्रबंध शामिल है।
रेलगाड़ी में कुल 24 बोगियां हैं। जिनमें 2 सेकेंड एसी, 4 थर्ड एसी, 12 स्लीपर, 4 जनरल और 2 जीएसएलआरडी बोगियां शामिल हैं। पहले दिन स्लीपर बोगी में 864 में से 714 बेड, एसी टू और थ्री में 370 में से 344 बेड और जनरल बोगी में 15 टिकट बुक किए गए। बुकिंग सुपरवाइजर के अनुसार 9 जून तक यह रेलगाड़ी पूरी तरह बुक है।
गाड़ी संख्या 03221 (राजगीर-उधमपुर): यह रेलगाड़ी 14 अप्रैल से 30 जून तक प्रत्येक सोमवार को दोपहर 2:00 बजे राजगीर से प्रस्थान कर तीसरे दिन रात 1:30 बजे उधमपुर पहुंचेगी।
गाड़ी संख्या 03222 (उधमपुर-राजगीर): यह रेलगाड़ी 16 अप्रैल से 2 जुलाई तक प्रत्येक बुधवार को सुबह 4:30 बजे उधमपुर से प्रस्थान कर अगले दिन दोपहर 3:00 बजे राजगीर पहुंचेगी।
रेलगाड़ी के प्रमुख ठहरावों में राजगीर, नालंदा, पावापुरी रोड, बिहारशरीफ, पटना जंक्शन, वाराणसी, अयोध्या धाम, लखनऊ, मुरादाबाद, अम्बाला कैंट, लुधियाना, पठानकोट कैंट, जम्मूतवी और उधमपुर शामिल हैं।
इस रेलगाड़ी से नालंदा, नवादा, शेखपुरा, गया, जहानाबाद, कोडरमा और गिरिडीह जैसे जिलों के तीर्थयात्रियों को वैष्णो देवी, अयोध्या और वाराणसी जैसे धार्मिक स्थलों की यात्रा करना आसान हो गया है। खासकर पूर्वी भारत के मगध और अंग प्रदेश के श्रद्धालु अब सरलता से इन स्थानों का दर्शन कर सकेंगे।