नालंदा दर्पण डेस्क। बिहार के मोतिहारी जिले के ढाका प्रखंड के जमुआ उत्क्रमित मध्य विद्यालय में चौथी कक्षा के ब्लैकबोर्ड पर लिखी मुहावरों की अजीबोगरीब व्याख्या सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं। ब्लैकबोर्ड पर ‘हाथ-पांव फूलना’ का अर्थ ‘समय पर दारू का न मिलना’ बताया गया, वहीं ‘कलेजा ठंडा होना’ को ‘एक पैग गले के नीचे उतरने’ से जोड़ा गया। इसके अलावा ‘नेकी कर दरिया में डाल’ का मतलब ‘फ्री में पिलाना’ लिखा गया था।
यह तस्वीर जैसे ही वायरल हुई, शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी अखिलेश कुमार सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए विद्यालय की प्रधानाध्यापिका सुलेखा कुमारी और इस घटना से जुड़ी शिक्षिका विनिता कुमारी से 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण मांगा हैं।
शिक्षिका विनिता कुमारी ने अपनी सफाई में कहा कि यह घटना 6 महीने पुरानी हैं और उन्हें जानबूझकर फंसाया जा रहा हैं। उनका आरोप हैं कि प्रधानाध्यापिका सुलेखा कुमारी ने उन्हें इस विवाद में घसीटा हैं।
इस घटना ने स्थानीय शिक्षा व्यवस्था और शिक्षकों की जिम्मेदारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखने वाली बात होगी कि जांच के बाद क्या निर्णय लिया जाता हैं और दोषियों पर क्या कार्रवाई की जाएगी।
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