बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिले में लोकसभा निर्वाचन की तैयारियों के बीच एक बार फिर जिला परिषद की राजनीति गरमाई हुई है। अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के विरुद्ध लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के भारी बहुमत से पारित हो जाने के बाद जिला परिषद में सदस्यों के बीच एक नई गोलबंदी शुरू हो गई थी।
निवर्तमान अध्यक्ष पिंकी कुमारी तथा उपाध्यक्ष की कुर्सी चले जाने के बाद विपक्षी सदस्यों का मनोबल बढ़ा हुआ है। अविश्वास प्रस्ताव के लिए हुए मत विभाजन में कुल 19 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में मतदान किया था मात्र दो वोट ही अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में मिले थे। इससे विपक्षी एकजुटता सामने आई थी।
हालांकि अब एक बार फिर नये अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष के चुनाव को लेकर जिला परिषद सदस्यों की गोलबंदी शुरू हो चुकी है। यह गोलबंदी नए जिला परिषद अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष को लेकर की जा रही है। अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में वोट देने वाले सदस्य एक बार फिर जिले से बाहर लोगों की नजर से बचकर रह रहे हैं।
खबरों के मुताबिक इस बार विपक्षी एकता में सदस्यों की कुछ संख्या और बढ़ गई है। इससे उम्मीद की जा रही है कि अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में मतदान करने वाले गुट से ही किसी सदस्य को अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष बनाने की तैयारी की जा रही है।
विक्षुब्ध खेमे का नेतृत्व कर रही हैं उपाध्यक्ष तनुजा कुमारी: जिला परिषद नालंदा की राजनीति में विगत 6 जनवरी को तब भूचाल आ गया था जब जिला परिषद के निवर्तमान अध्यक्ष पिंकी कुमारी को अविश्वास प्रस्ताव पर विशेष बैठक बुलाने के लिए 10 सदस्यों का हस्ताक्षरित आवेदन दिया गया था।
लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बावजूद तात्कालिक अध्यक्ष के द्वारा इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई थी। इससे नाराज विक्षुब्ध खेमे के सदस्यों के द्वारा जिला पदाधिकारी शशांक शुभंकर को आवेदन देकर अविश्वास प्रस्ताव के लिए विशेष बैठक बुलाने की मांग की गई थी। तब तक विक्षुब्ध सदस्यो की संख्या बढ़कर 10 से 20 हो गई थी।
27 जनवरी को हुई विशेष बैठकः जिला पदाधिकारी द्वारा 27 जनवरी को जिला परिषद सदस्यों की विशेष बैठक बुलाई गई थी। इस दिन समाहरणालय स्थित हरदेव भवन में सदस्यों की वोटिंग प्रक्रिया पूरी की गई थी।
इस बैठक में अध्यक्ष उपाध्यक्ष सहित 21 सदस्य ही शामिल हुए थे। शेष 13 सदस्य बैठक में शामिल नहीं हुए थे। इनमें से भी 19 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में मतदान किया था। इससे अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष की कुर्सी समाप्त हो गए थी।
बताया जा रहा है की विक्षुब्ध खेमे के सदस्य अभी भी गोलबंद है। वे सभी 12 मार्च को ही जिले में उपस्थित होंगे। इस दिन नए अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष का निर्वाचन संपन्न होने की उम्मीद है। इस बैठक में जिले के सभी जिला परिषद सदस्यों के भाग लेने की उम्मीद है।
विक्षुब्ध खेमा के सदस्यः तनुजा कुमारी, नूतन देवी, जुली कुमारी, विपिन कुमार, कमलेश पासवान, संजय कुमार, निरंजन कुमार, अजय कुमार, ममता देवी, मानो देवी, पूनम सिन्हा, बेबी देवी, पंकज कुमार, अशोक कुमार सिंह, अनीता देवी, गीता देवी, पुरुषोत्तम कुमार, नरोत्तम जी, कृति देवी तथा अजय कुमार।
जिला परिषद नालंदा में 34 है सदस्यों की संख्याः नालंदा जिला परिषद मे कूल 34 सदस्य हैं। इनमें से 18 सदस्यों द्वारा जिस पक्ष का समर्थन किया जाएगा उस पक्ष के ही अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बन जाएगे।
इधर, अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में मतदान करने वाले सभी सदस्य एकजुट है तथा जिले से बाहर कहीं रह कर जिले की राजनीति पर नजर बनाए हुए है। इस खेमे में सदस्यों की संख्या और बढ़ी है, ऐसी भी सूचना है।
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