बिहार शरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहार शिक्षा विभाग (Bihar Education Department) के प्राथमिक शिक्षा निदेशक पंकज कुमार ने एक महत्वपूर्ण प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि शिक्षा विभाग का मुख्य उद्देश्य छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। इसके लिए सभी जिलों के विद्यालयों को प्रभावी कक्षा संचालन के लिए सख्त दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
निदेशक ने बताया कि प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में कक्षावार नामित शिक्षक होंगे, जो व्यक्तिगत रूप से अभिभावकों से मिलकर बच्चों की प्रगति पर चर्चा करेंगे और उन्हें घर में पढ़ाई का माहौल बनाने के लिए प्रेरित करेंगे। इसके अलावा प्रत्येक कक्षा में एक छात्र मॉनीटर चुना जाएगा, जिसे हर महीने बदला जाएगा।
विद्यालयों में पढ़ाई को बेहतर बनाने के लिए अकादमिक कैलेंडर और वर्गवार समय-सारणी तैयार की जाएगी। शिक्षक बच्चों को उपलब्ध कराई गई कार्य पुस्तिकाओं का सही ढंग से उपयोग करना सिखाएंगे और उनका निरीक्षण करेंगे। कक्षा की डायरी, कॉपी आदि शिक्षण सामग्री का सही उपयोग सुनिश्चित करने के लिए भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
प्रधान शिक्षक को निर्देश दिया गया है कि वे प्रतिदिन कम से कम दो कक्षाओं का अवलोकन करें और हर सप्ताह शिक्षकों के साथ कक्षा प्रक्रियाओं पर चर्चा करें। इसके अलावा बच्चों को पाठ्य पुस्तकों में दिए गए प्रोजेक्ट कार्य को अनिवार्य रूप से पूरा करने की प्रेरणा दी जाएगी।
शिक्षा विभाग ने यह भी सुनिश्चित किया है कि सभी निरीक्षक अधिकारी कक्षाओं का नियमित रूप से निरीक्षण करेंगे और प्रधानाध्यापक को फीडबैक देंगे। कमजोर छात्रों को चिन्हित कर उनके लिए विशेष शिक्षण योजनाएं बनाई जाएंगी ताकि वे अपनी शिक्षा में सुधार कर सकें।
निदेशक पंकज कुमार ने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि प्रत्येक कक्षा बच्चों के लिए एक प्रेरणादायक स्थान बने, जहाँ वे न केवल सीखने के प्रति रुचि विकसित करें बल्कि अपनी शैक्षिक यात्रा में सफल हों।”
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