नगरनौसा (नालंदा दर्पण )। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तिथि की घोषणा होने के बाद नगरनौसा प्रखंड मुख्यालय से लेकर ग्रामीण इलाकों में सरगर्मी तेज हो गई है। गांव देहातों में गली चौराहों पर चुनावी चर्चा जोर पकडऩे लगी है।
इसी क्रम में कुछ भावी प्रत्याशी वोट मांगने और अपना जनाधार मजबूत करने गांव में मीट -मुर्गा की पार्टी दे रहे तो कुछ संभावित उम्मीदवार जहां मतदाताओं के नब्ज टटोलने में लगे हैं, वहीं कुछ भावी प्रत्याशी चुनाव के नियम कानून समझने के लिए कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं।
अपने निर्धारित अवधि से छह माह विलंब से आखिरकार पंचायत चुनाव कराने की घोषणा कर दी गई।चुनावी तिथियों के प्रकाशन के ग्रामीण क्षेत्रों में हलचल बढ़ गई है। विभिन्न पदों पर प्रत्याशी बनने को इच्छुक व्यक्ति गांव समाज में अपनी पकड़ मजबूत करने को ले सुबह शाम क्षेत्र का दौरा करने लगे हैं।
मीट-मुर्गा की पार्टी हुई शुरूः गांवों में भावी उम्मीदवार जनसंपर्क अभियान चलाकरअपना जनाधार को मजबूत बताते हुए वोट मांगने का काम शुरू कर दिया है। हालांकि प्रखंड के प्राय: सभी पंचायतों के छोटे बड़े सभी गांव का कोई न कोई प्रत्याशी चुनाव मैदान में खड़े होने को कमर कस चुके हैं।
जो व्यक्ति कभी अनुसूचित टोले में जाना उचित नहीं समझते थे, वे चुनाव लडऩे की मंशा लेकर टूटे फूटे झोपडिय़ों में जा जाकर अपनी दावेदारी से अवगत करवा रहे हैं। कुछ प्रतिनिधि पुन: प्रत्याशी बनकर जीत सुनिश्चित करने को ले गांव के युवाओं को अभी से ही मीट मुर्गा की पार्टी शुरू कर दिया है।
युवाओं में दिख रही उम्मीदवारी को लेकर होड़, सोशल मीडिया पर जमकर कर रहे प्रचारः वहीं इस बार युवा उम्मीदवार भी मैदान में उतरने की तैयारी में है।
इस बार इनकी तादाद अधिक होने की संभावना है। इनमें कुछ ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से मतदाताओं को रिझाने का कार्य तेज किया है। तो कुछ अभी से गली-गली खाक छान रहे हैं।
गांवों में प्रचार प्रसार लेकर पंचायतों के विकास तक की बातें तेज हो गई है। पुराने चेहरों के साथ नए चेहरे भी इस चुनाव में अपनी किस्मत को आजमाने की तैयारी में हैं।
पंचायत चुनाव लड़ने के लिए युवा ठोक रहें हैं तालः पंचायतों में होने वाले चुनाव पर पुराने दिग्गजों के अलावा युवा वर्ग के उम्मीदवारों की नजर है। तमाम राजनीतिक दल के कार्यकर्ता भी पंचायत चुनाव में कई पदों पर अपनी किस्मत आजमाने की तैयारी में जुटे हैं।
इंटरनेट मीडिया से लेकर गांवों तक में संभावित प्रत्याशियों की सरगर्मी हर दिन बढ़ती जा रही है। संभावित उम्मीदवार अपने पंचायतों में अपनी संभावनाओं को टटोल रहे हैं।
ज्ञातव्य है कि पंचायत समिति के चुनाव के बाद सभी प्रखंडों में निर्वाचित पंचायत समिति सदस्य प्रखंड प्रमुख का चुनाव करते हैं। इसी प्रकार जिला परिषद के निर्वाचित सदस्य जिला परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चुनाव करते हैं। वर्तमान समय में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर दावेदारी व तैयारी तेज होती जा रही है।
सोशल मीडिया का अभी से हो रहा है जमकर उपयोगः पंचायत चुनाव की घोषणा होते ही चुनावी अखाड़े में उतरने को बेताब उम्मीदवारों ने सोशल मीडिया को बड़ा प्लेटफार्म बना दिया है।
खासकर पहली बार मैदान में उतरने वाले युवा प्रत्याशियों ने अभी से सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार शुरू कर दिया है। खासकर फेसबुक, व्हाट्सएप और सिग्नल पर पंचायत के नाम से पेज और ग्रुप बनाकर लोगों को जोड़ा जा रहा है।
दावे ऐसे की पूरे पंचायत को ही बदल देंगेः सोशल मीडिया पर बन रहें ग्रुप में संभावित उम्मीदवारों द्वारा ऐसे दावे किए जा रहें हैं कि उनकी जीत होते ही पूरे पंचायत में विकास की गंगोत्री बहा देंगे,इलाके का पूरा इतिहास और भूगोल ही बदल देंगे।
अब ऐसे दावे करने वाले भविष्य में जमीन पर कितने आयाम उतार सकेगें, ये तो आने वाला समय बताएगा फिलहाल चुनावी सरगर्मी उम्मीदवारों के सर चढ़ कर बोलने लगा है।
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