बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र कुमार सिंह ने अस्थावां रेफरल अस्पताल समेत तीन अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एक डॉक्टर समेत आठ स्वास्थ्य कर्मचारी बिना सूचना के ड्यूटी से गायब पाये गये। अनुपस्थित डॉक्टरों से जवाब तलब करते हुए अनुपस्थित अवधि के वेतन भुगतान पर रोक लगा दी है।
सिविल सर्जन ने निरीक्षण के दौरान ही अमावां अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को पूरी तरह से बंद पाया। अस्पताल में ताला लटका पाया गया। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सिविल सर्जन ने अमावां अस्पताल के सभी डॉक्टर व कर्मियों के वेतन भुगतान पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है।
ओंदा एपीएचसी में एक डॉक्टर समेत पांच कर्मी मिले गायब: सिविल सर्जन डॉ. सिंह ने पूर्वाहन 11.40 बजे ओंदा एपीएचसी की औचक जांच की। इस दौरान चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. पंकज कुमार 17 से लेकर 20 जुलाई तक अनुपस्थित पाये।
इसके अलावा निरीक्षण के वक्त एएनएम श्रीमती राजमणि कुमारी अनुपस्थित थीं, एएनएम शीला कुमारी 19-20 जुलाई को व अमीरा कुमारी निरीक्षण के दौरान गायब पायी गयी। जबकि उपस्थिति पंजी में सब सेंटर, कैला अंकित पाया गया। डाटा ऑपरेटर रंजीत कुमार अनुपस्थित पाये गये। वे उपस्थिति पंजी में 20 जुलाई को अस्थावां अंकित किये हुए थे।
अमावां अस्पताल में लटका मिला तालाः सिविल सर्जन डॉ. सिंह ने अमावां अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के औचक निरीक्षण में दोपहर 12।10 बजे तक अस्पताल को पूरी तरह से बंद पाया। अस्पताल में ताला लटका हुआ पाया गया। यह अस्पताल किराये के भवन में संचालित हो रहा है।
वहां पर मौजूद ग्रामीणों ने सीएस को बताया कि शनिवार को कोई नहीं आये हैं। इस मामले को उन्होंने गंभीरता से लिया। उन्होंने अस्थावां रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि इस अस्पताल के सभी डॉक्टर व कर्मियों से शोकॉज करते हुए अगले आदेश तक वेतन भुगतान पर रोक लगायें।
साथ ही अस्थावां व ओंदा अस्पताल के अनुपस्थित कर्मियों से भी जवाब तलब करते हुए वेतन पर रोक रहेगी। उन्होंने प्रभारी को सख्त निर्देश दिया कि किसी भी सूरत में एपीएचसी बंद नहीं हो। इसकी पूर्णरूपेण व्यवस्था सुनिश्चित करें। सीएस ने स्पष्ट कहा कि ड्यूटी में कोताही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।
अस्थावां रेफरल अस्पताल के तीन कर्मी ड्यूटी से मिले गायबः सिविल सर्जन डॉ. सिंह ने अस्थावां रेफरल अस्पताल का सुबह 10.55 बजे औचक निरीक्षण किया। इस दौरान अस्पताल प्रभारी जहां ड्यूटी पर तैनात पाये गये।
वहीं तीन कर्मी क्रमश: लिपिक प्रभात कुमार रंजन 19 जुलाई से 20 जुलाई तक अनुपस्थित, लिपिक सुश्री स्मृति सुमन 12 जुलाई से ही अनुपस्थित, श्रीमती शशि प्रभा कुमारी निरीक्षण के वक्त अनुपस्थित पायी गयीं।
निरीक्षण वक्त तक अस्पताल के ओपीडी में चिकित्सक डॉ. शैलेंद्र कुमार के द्वारा 42 मरीजों का इलाज किया जा चुका था। डिस्पले बोर्ड पर दवा की उपलब्धता प्रदर्शित नहीं पायी गयी। बताया गया कि ओपीडी में 136, आइपीडी में 71 प्रकार की दवा उपलब्ध है।
सीएस ने अस्पताल प्रबंधक को निर्देश दिया कि प्रतिदिन दवा की उपलब्धता के बारे में बोर्ड प्रदर्शित करें। साथ ही बोर्ड पर डॉक्टरों व कर्मियों के रोस्टर चार्ट प्रदर्शित नहीं पाये। इसे भी हर दिन प्रदर्शित सुनिश्चित करने को कहा गया। प्रसव कक्ष के निरीक्षण के दौरान तक कुल आठ प्रसव हुआ था और दो प्रसूता मरीज प्रतीक्षारत थी। एक्सरे के निरीक्षण के दौरान एक रोगी का एक्सरे किया गया था।
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