बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। मैट्रिक परीक्षा उत्तीर्ण कर 11वीं कक्षा में एडमिशन के लिए इंतजार कर रहे छात्रों का इंतजार अब खत्म हो गया है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा 11वीं कक्षा में नामांकन लेने के लिए छात्र-छात्राओं का ओएफएसएस पोर्टल खोल दिया गया है।
आवेदन के पहले दिन ही बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं विभिन्न साइबर कैफे से ऑनलाइन आवेदन करते देखे गये। सत्र 2024 26 में जिले के इंटरमीडिएट स्कूलों में लगभग 40 हजार सीटों पर 11वीं कक्षा में नामांकन होने की उम्मीद है।
नालंदा जिले में लगभग 296 उच्च माध्यमिक विद्यालय हैं। जिनमें कला तथा विज्ञान विषय में इंटरमीडिएट की पढ़ाई की सुविधा मौजूद है। कुछ उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कॉमर्स विषय की भी पढ़ाई की सुविधा प्रदान की गई है।
हालांकि 11वीं कक्षा में भी छात्र-छात्राओं को अपने ही पंचायत के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में नामांकन लेने का निर्देश समिति के द्वारा दिया गया है। इससे कई के कारण छात्र छात्राओं को नामांकन में परेशानी होगी। हालांकि जिला शिक्षा कार्यालय के द्वारा इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाने की उम्मीद है।
कई विद्यालय अपने पंचायत दूरः नालंदा जिले के दर्जनों ऐसे गांव है, जिनके पड़ोस में दूसरे पंचायत के उच्च माध्यमिक विद्यालय मौजूद हैं। जबकि उस गांव के पंचायत के विद्यालय ही कई किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पूर्व में यही स्थिति आठवीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्र-छात्राओं के साथ भी आई थी। जिसे जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा सुलझाया गया था।
इस बार 11वीं का नामांकन ओएफएसएस पोर्टल के माध्यम से होने जा रहा है। ऐसे में छात्र-छात्राओं को आवंटित विद्यालय में ही एडमिशन लेना होगा। मजबूरी बन जाएगी। विशेष रूप से छात्राओं को दूर जाकर विद्यालय में पढ़ाई करना बहुत कठिन होगा।
डिग्री कॉलेजों में नहीं होगा एडमिशन: जिले में लगभग दो दर्जन से अधिक अंगीभूत तथा संबद्धता प्राप्त डिग्री महाविद्यालय मौजूद है। पूर्व में इन सभी महाविद्यालयों में 11वीं कक्षा में छात्र-छात्राओं का नामांकन लिया जाता था। इस बार सत्र 2024-26 में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा डिग्री कॉलेजों में 11वीं कक्षा में एडमिशन पर पूरी तरह से रोक लगा दिया गया है।
ओएफएसएस पोर्टल से भी सभी डिग्री कॉलेजों के नाम हटा दिए गए हैं। इसके कारण अब 11वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं को हर हाल में जिले के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में ही नामांकन कराना होगा।
उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों का भारी अभावः यहां ऐसे भी पंचायत हैं जहां उच्च माध्यमिक इससे कई बच्चों को काफी दूर के विद्यालयों की गांव से दूरी अधिक विद्यालय में भी जाकर पढ़ाई करनी कई बार शिक्षक नियोजन तथा शिक्षक नियुक्ति किए जाने के बावजूद अब तक जिले के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों का भारी अभाव है। अधिकांश उच्च माध्यमिक विद्यालयों में सभी विषयों के शिक्षक मौजूद नहीं हैं।
जिले के कई उच्च माध्यमिक विद्यालयों में तो मात्र तीन-चार शिक्षकों के भरोसे ही कला एवं विज्ञान की पढ़ाई कराई जा रही है। ऐसे में एडमिशन के बावजूद भी छात्र- छात्राओं को पढ़ाई में बाधा आएगी। मजबूरी में छात्र-छात्राओं को कोचिंग संस्थानों के भरोसे परीक्षा पास करनी होगी।
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